डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग गुरुवार को पूरे राज्य में उत्साह और तनाव के बीच जारी है। इस चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है, जो शाम 6 बजे तक चलेगा। चुनाव आयोग के अनुसार, सुबह 9 बजे तक 13.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। पहले चरण की 104 सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर है, जबकि 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस चरण की कई सीटें जैसे राघोपुर, महुआ, तारापुर और अलीनगर राजनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जा रही हैं। तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट, उनके भाई तेज प्रताप यादव की महुआ सीट, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की तारापुर सीट और भाजपा प्रत्याशी मैथिली ठाकुर की अलीनगर सीट पर विशेष नजर बनी हुई है। वहीं, मतदान के बीच नालंदा और मुज़फ्फरपुर जिलों से दो गंभीर घटनाएं सामने आईं, जिनसे माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गया।
बिहारशरीफ के बूथ पर पर्ची बांट रहे थे कार्यकर्ता
नालंदा जिले के बिहारशरीफ में वार्ड 16 के बूथ संख्या 226 से 232 के पास पर्ची बांटने के आरोप में चार भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और संबंधित अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया है। बिहारशरीफ से भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुनील कुमार ने कहा, “पुलिस अधिकारी आरजेडी समर्थक है और राजनीतिक दबाव में कार्रवाई की जा रही है। हमारे कार्यकर्ताओं को झूठे आरोपों में फंसाया गया है।
मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में भाजपा कार्यकर्ता की लाठी-डंडों से पिटाई, फटा सिर
वहीं, मुज़फ्फरपुर जिले के मोतीपुर के बरियारपुर मठिया गांव में हिंसा की खबर सामने आई है। यहां भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरुण कुमार सिंह के समर्थक बाबूलाल मंडल धानुक को पर्ची बांटने के आरोप में कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीट दिया। बताया गया कि 45 वर्षीय बाबूलाल का सिर फट गया और उन्हें गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि हमले के दौरान उनकी पत्नी और बेटी को भी मारपीट का शिकार होना पड़ा। पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर मौके से फरार हो गए।