KNEWS DESK – टीवी रियलिटी शो ‘रोडीज’ के पूर्व जज रघु राम एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं. रघु राम ने हाल ही में एक पॉडकास्ट के दौरान महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोग उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं.

दरअसल, रघु राम ने हाल ही में ‘टू गर्ल्स एंड टू कप्स’ नामक पॉडकास्ट में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने कहा कि पुरुषों की कुछ मानसिक और शारीरिक बीमारियों की जड़ महिलाएं होती हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने यह तक कह दिया कि 60 साल की उम्र के बाद पुरुषों के हार्ट अटैक से मरने के पीछे भी महिलाएं जिम्मेदार हैं.
रघु राम के विवादित बयान
पॉडकास्ट में रघु राम ने कहा, “लड़कियां सज्जन नहीं होतीं. वो चीखती-चिल्लाती हैं, झगड़ती हैं और उनकी कोई सीमा नहीं होती. आदमी उनसे डरते हैं.” उन्होंने यह भी दावा किया कि ‘रोडीज’ शो के दौरान कुछ महिला कंटेस्टेंट्स ने जजों को हैरान कर दिया था. रघु ने कहा कि “शो के दौरान कुछ लड़कियों ने ऐसा रिएक्शन दिया कि जजों के कान लाल हो गए, धुआं निकलने लगा.”
रघु यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि लड़कियों की वजह से पुरुष खुद को इमोशनली एक्सप्रेस नहीं कर पाते. “जब कोई पुरुष किसी महिला से भावनात्मक रूप से जुड़ने की कोशिश करता है, तो महिलाएं कहती हैं कि वह लड़की जैसा है और उसका कोई सम्मान नहीं. इसी वजह से पुरुष अपने जज़्बात अंदर ही दबा लेते हैं.” उन्होंने यहां तक कहा कि वह “60 साल की उम्र में हार्ट अटैक आने से खुश हैं,” क्योंकि पुरुषों के पास कोई और रास्ता नहीं बचता.
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
रघु राम के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी कड़ी आलोचना की है. यूजर्स का कहना है कि एक पब्लिक फिगर होने के नाते उन्हें इस तरह के लिंगभेदी बयान देने से बचना चाहिए. कई लोगों ने उन्हें “मिसोजिनिस्ट” (महिला विरोधी) करार दिया है और कहा कि यह सोच समाज में महिलाओं के प्रति गलत धारणा फैलाती है.
विवादों से पुराना नाता
यह पहली बार नहीं है जब रघु राम अपने बयानों को लेकर विवादों में आए हैं. इससे पहले भी वह ‘रोडीज’ के सेट पर अपने एंग्री अवतार और कड़े कमेंट्स की वजह से सुर्खियों में रह चुके हैं. हालांकि इस बार मामला संवेदनशील विषय महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण टिप्पणी से जुड़ा होने के कारण विवाद और गहराता जा रहा है.