दुलारचंद यादव मर्डर मिस्ट्री: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला मौत का राज, छाती और सिर पर भारी चोटों से हुई थी दुलारचंद यादव की मौत

डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में मचे हंगामे ने पूरे राज्य की राजनीति को हिला कर रख दिया है। जनसुराज पार्टी के प्रचार अभियान के दौरान हुई हिंसा में पूर्व विधायक और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे दुलारचंद यादव की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद मामला और गंभीर हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दुलारचंद यादव की मौत फेफड़ा फटने और छाती की कई पसलियां टूटने से हुई है। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि इन चोटों की वजह से इंटरनल ब्लीडिंग हुई, जिससे उनका हृदय और श्वसन तंत्र काम करना बंद कर गया। मेडिकल टीम ने मृत्यु का कारण “कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर विद ब्लंट इंजरी टू चेस्ट एंड हेड” बताया है। यानी कि छाती और सिर पर लगी गंभीर चोटें ही मौत की मुख्य वजह बनीं।

मोकामा के तारताड़ गांव में हुई थी हत्या

गौरतलब है कि गुरुवार को मोकामा के तारताड़ गांव में यह हिंसक घटना हुई थी। दुलारचंद यादव उस समय जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों के बीच झड़प हुई, जो देखते ही देखते हिंसक हो गई। घटना में दुलारचंद यादव को गोली लगी थी, जो उनके पैर के आर-पार हो गई। इसके अलावा उनके शरीर पर कई चोटों के निशान भी पाए गए। मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि इस हमले के पीछे जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह और उनके भतीजे रणवीर सिंह व कर्मवीर सिंह का हाथ है। पुलिस ने दुलारचंद यादव के पोते की शिकायत पर इन तीनों समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।

हत्या पर विपक्ष लगातार हावी

इस बीच, दुलारचंद यादव के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मगर यह मामला अब पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले चुका है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है, वहीं सत्ताधारी दल इस घटना को लेकर बचाव की मुद्रा में नजर आ रहा है।