डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र एनडीए गठबंधन ने शुक्रवार को पटना में अपना घोषणापत्र (संकल्प पत्र) जारी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान, हम प्रमुख जीतन राम मांझी, आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मौजूद रहे। एनडीए के इस संकल्प पत्र में युवाओं और महिलाओं को ध्यान में रखते हुए कई बड़े वादे किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला वादा है, बिहार में ड्रामा स्कूल और फिल्म सिटी की स्थापना। गठबंधन ने कहा कि बिहार को अब “कला, संस्कृति और सिनेमा का केंद्र बनाया जाएगा।
बिहार स्कूल ऑफ ड्रामा और फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान की होगी स्थापना
इसके तहत राज्य में ‘बिहार स्कूल ऑफ ड्रामा’ और ‘फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान’ की स्थापना की जाएगी। साथ ही, एक अत्याधुनिक फिल्म सिटी का निर्माण होगा, जो न केवल स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को मंच देगा बल्कि देशभर के फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित करेगा। एनडीए का दावा है कि इस पहल से बिहार की युवा प्रतिभाओं को रोजगार मिलेगा और राज्य की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई मिलेगी।
घोषणापत्र में शारदा सिन्हा कला एवं सांस्कृतिक विवि का भी जिक्र
घोषणापत्र में ‘शारदा सिन्हा कला एवं सांस्कृतिक विश्वविद्यालय’ की स्थापना का भी वादा किया गया है। यह विश्वविद्यालय बिहार की लोककला, संगीत, नाटक और साहित्य की परंपराओं को संजोने के साथ-साथ नई पीढ़ी को इन क्षेत्रों में करियर के अवसर देगा। गठबंधन ने कहा कि बिहार की नाट्य कला और रंगमंच की समृद्ध विरासत को अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी।
एक करोड़ से अधिक रोजगार और सरकारी नौकरियों का भी वादा
एनडीए ने अपने घोषणापत्र में युवाओं के लिए एनडीए ने एक करोड़ से अधिक रोजगार और सरकारी नौकरियों का वादा किया है। इसके लिए राज्य में कौशल जनगणना कराई जाएगी और हर जिले में कौशल विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों को फिल्म, थिएटर और मीडिया जैसे रचनात्मक रोजगार क्षेत्रों से भी जोड़ा जाएगा।