डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने शुक्रवार को पटना के होटल मौर्या में अपना साझा घोषणापत्र ‘संकल्प पत्र’ जारी कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, हम पार्टी के जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की मौजूदगी में सुबह साढ़े 9 बजे घोषणापत्र जारी किया गया। इस मौके पर एनडीए नेताओं ने दावा किया कि यह घोषणापत्र बिहार को 21वीं सदी के विकास की नई दिशा देगा।
सभी वर्गों का रखा गया ध्यान
घोषणापत्र में रोजगार सृजन, उद्योग विकास, किसानों की आय, महिला सशक्तिकरण और युवाओं की स्किलिंग को प्राथमिकता दी गई है। एनडीए ने वादा किया है कि आने वाले वर्षों में एक करोड़ से अधिक रोजगार और सरकारी नौकरी के अवसर सृजित किए जाएंगे। इसके साथ ही राज्य के हर जिले में मेगा स्किल सेंटर खोले जाएंगे, ताकि बिहार को ‘ग्लोबल स्किलिंग हब’ के रूप में विकसित किया जा सके।
महिलाओं के लिए ‘लखपति दीदी’ और ‘मिशन करोड़पति’ योजनाएं
घोषणापत्र में महिला सशक्तिकरण पर खास जोर दिया गया है। एनडीए ने वादा किया है कि राज्य में एक करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत महिलाओं को छोटे व्यवसायों और स्व-रोजगार के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही, ‘मिशन करोड़पति’ के तहत महिलाओं को उद्यमिता से जोड़ने की योजना बनाई गई है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें।
किसानों और गरीबों के लिए बड़ी घोषणाएं
एनडीए के ‘संकल्प पत्र’ में किसानों के लिए भी कई बड़े वादे शामिल हैं। गठबंधन ने किसानों को हर महीने तीन हजार रुपये देने, राज्य में सात एक्सप्रेसवे बनाने, मुफ्त बिजली, मुफ्त इलाज और हर परिवार को पक्का मकान देने का संकल्प लिया है। इसके अलावा, ‘कर्पूरी ठाकुर सम्मान निधि’ योजना के तहत गरीब और पिछड़े वर्गों को विशेष सहायता दी जाएगी।
सम्राट चौधरी ने बताया 25 संकल्पों का खाका
बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि घोषणापत्र 25 प्रमुख संकल्पों पर आधारित है, जो राज्य के हर वर्ग के विकास की दिशा तय करेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए का लक्ष्य है कि “बिहार का युवा अब केवल नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बने।”