रोजाना लिपस्टिक लगाने से सेहत को हो सकता है नुकसान, जानिए एक्सपर्ट की राय और बचाव के उपाय

KNEWS DESK- महिलाओं की खूबसूरती में लिपस्टिक का अहम रोल होता है। यह न केवल होंठों को रंगीन और आकर्षक बनाती है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाती है। आजकल बाजार में मेट, ग्लॉसी, क्रीम बेस्ड और हर्बल जैसे कई तरह की लिपस्टिक उपलब्ध हैं। इनमें से कई में विटामिन E, SPF और एलोवेरा एक्सट्रैक्ट होने का दावा किया जाता है, जो होंठों को सॉफ्ट और हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि रोजाना लिपस्टिक लगाने से आपकी सेहत को नुकसान भी हो सकता है?

एक्सपर्ट की राय

दिल्ली के धर्मशीला नारायणा अस्पताल की सीनियर डायटिशियन पायल शर्मा बताती हैं कि अगर लिपस्टिक का लगातार और बिना सावधानी के इस्तेमाल किया जाए, तो यह शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। ज्यादातर लिपस्टिक में लेड, पैराबेन, कैडमियम, क्रोमियम जैसी भारी धातुएं पाई जाती हैं। ये तत्व धीरे-धीरे शरीर में जमा होकर लीवर, किडनी और हार्मोनल सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

पायल शर्मा के अनुसार, लिपस्टिक दिनभर होठों पर लगी रहती है, और खाने-पीने के दौरान इसका कुछ हिस्सा शरीर में चला जाता है। इसके अलावा लिपस्टिक में मौजूद फ्रेगरेंस और सिंथेटिक डाई से कुछ लोगों को एलर्जी, होठों का कालापन, ड्राईनेस या जलन की समस्या हो सकती है। बार-बार लिपस्टिक लगाने से होंठों की नमी घट जाती है, जिससे वे फटने या रूखे पड़ने लगते हैं।

लिपस्टिक के संभावित नुकसान

  • होंठों में जलन, खुजली या एलर्जी
  • होठों का कालापन और ड्राईनेस
  • शरीर में टॉक्सिक मेटल्स का जमा होना
  • किडनी और लीवर पर असर
  • हार्मोनल असंतुलन

इन बातों का रखें ध्यान

  • लीड-फ्री या ऑर्गेनिक लिपस्टिक का चयन करें, जिनमें नैचुरल ऑयल, बीज़ वैक्स और हर्बल रंगों का उपयोग किया गया हो।
  • रात में लिपस्टिक हटाना न भूलें। सोने से पहले लिप बाम या नारियल तेल लगाकर होंठों को मॉइस्चराइज करें।
  • विश्वसनीय ब्रांड की लिपस्टिक ही खरीदें और एक्सपायरी डेट जरूर जांचें।
  • लिपस्टिक लंबे समय तक न लगाकर रखें। सूखने या दरार आने पर इसे हटा दें और दोबारा लगाएं।
  • लिपस्टिक किसी के साथ शेयर न करें। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
  • होंठों को बार-बार जीभ से न चाटें, क्योंकि इससे लिपस्टिक में मौजूद केमिकल मुंह में जा सकते हैं।

सौंदर्य बढ़ाना अच्छी बात है, लेकिन सेहत के साथ समझौता नहीं होना चाहिए। इसलिए अगली बार लिपस्टिक चुनते समय उसके इंग्रेडिएंट्स जरूर पढ़ें, और अपने होंठों के साथ-साथ सेहत का भी ख्याल रखें।