कानपुर: राज्यपाल की फटकार के बाद सीएसए कुलपति ने दिया इस्तीफा, मंडलायुक्त को सौंपा गया कार्यभार

डिजिटल डेस्क- कानपुर में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में बड़ा प्रशासनिक बदलाव हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने स्वीकार कर लिया है। उनके इस्तीफे की वजह 18 सितंबर को हुए दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल द्वारा परिसर की गंदगी और अव्यवस्था पर व्यक्त की गई नाराजगी बताई जा रही है।

राज्यपाल ने स्वीकार किया इस्तीफा

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 अक्टूबर को कुलपति का इस्तीफा स्वीकार करते हुए आदेश जारी किया कि नए कुलपति की नियुक्ति तक कानपुर मंडलायुक्त को कार्यवाहक कुलपति का अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन और शिक्षकों के बीच इस घटनाक्रम की जोरदार चर्चा है, क्योंकि डॉ. सिंह को एक सक्रिय और कामकाजी कुलपति के रूप में जाना जाता था।

13 अक्टूबर को ही सौंप दिया था इस्तीफा, मंजूरी मिली 15 दिन बाद

जानकारी के अनुसार, डॉ. आनंद कुमार सिंह ने 13 अक्टूबर को ही अपना इस्तीफा सौंप दिया था, लेकिन इसे मंजूरी 15 दिन बाद मिली। वे 26 मई 2023 को सीएसए विश्वविद्यालय के कुलपति बने थे। इससे पहले वे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) में उप महानिदेशक (बागवानी) के पद पर कार्यरत थे। कुलपति के रूप में उन्होंने विश्वविद्यालय में कई नए प्रयोग किए — शिक्षकों की नियुक्तियां, रिसर्च प्रोजेक्ट्स और छात्रों के लिए प्लेसमेंट सेल को सक्रिय किया। उन्होंने जापानी वैज्ञानिकों के साथ मिलकर कई नई कृषि तकनीकें भी विश्वविद्यालय में लागू करवाईं।

दीक्षांत समारोह में साफ-सफाई और आर्गेनिक खेती को लेकर पड़ी थी फटकार

हालांकि, 18 सितंबर को हुए दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने साफ-सफाई और आर्गेनिक खेती की उपेक्षा पर सख्त नाराजगी जताई थी। उन्होंने मंच से ही कहा था कि “कृषि विश्वविद्यालय के परिसर की हालत देखकर निराशा होती है। यहां स्वच्छता और जैविक खेती का कोई उदाहरण नहीं दिखता।” समारोह के बाद से ही कुलपति के इस्तीफे की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। अक्तूबर के पहले सप्ताह में राज्यपाल दोबारा कानपुर आई थीं और उनकी टीम ने विश्वविद्यालय परिसर का निरीक्षण भी किया था। निरीक्षण में सुधार न मिलने पर फिर से चेतावनी दी गई। इसके कुछ दिन बाद ही डॉ. सिंह ने इस्तीफा दे दिया।