KNEWS DESK- आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में शुक्रवार तड़के एक भयावह सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक निजी बस में आग लगने से करीब 25 यात्रियों की मौत की खबर है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि मृतकों की आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
यह हादसा कल्लूर मंडल के चिन्नाटेकुरु गांव के पास शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब बस बेंगलुरु की ओर बढ़ रही थी, तभी वह एक बाइक से टकरा गई। बाइक बस के नीचे फंस गई और कुछ ही सेकंड में उसमें धमाका हो गया, जिसके चलते पूरी बस आग की लपटों में घिर गई।
बस में उस समय लगभग 40 यात्री सवार थे। जैसे ही आग लगी, यात्रियों में अफरातफरी मच गई। बताया जा रहा है कि करीब 10 से 12 लोग इमरजेंसी एग्जिट से किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन बाकी यात्री आग में फंस गए। हादसे के वक्त इलाके में भारी बारिश हो रही थी, जिससे सड़क फिसलन भरी थी और दृश्यता भी कम थी — यही कारण बस चालक के नियंत्रण खोने का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। उन्होंने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। लेकिन जब तक दमकलकर्मी पहुंचे, बस पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। कई शव इतनी बुरी तरह झुलस गए कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है।
घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
कुरनूल के एसपी विक्रांत पाटिल ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी गई है। बस के अतिरिक्त चालक को हिरासत में लिया गया है, जबकि मुख्य चालक को ट्रैवल कंपनी से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। प्राथमिक जांच में यह आशंका जताई गई है कि बस चालक तेज रफ्तार में था और बारिश के कारण बाइक को समय पर नहीं देख पाया।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस भीषण हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मुख्य सचिव और संबंधित अधिकारियों से तुरंत बात कर राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के परिवारों को हरसंभव सरकारी सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
इस भीषण दुर्घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा, निजी बस संचालन और आपातकालीन सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस में आग लगते ही खिड़कियों और दरवाजों को खोलना बेहद मुश्किल था, जिससे अधिकांश यात्री अंदर ही फंस गए।
फिलहाल पुलिस हादसे की विस्तृत जांच में जुटी हुई है और एफएसएल टीम मलबे से साक्ष्य जुटा रही है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है, जबकि घायलों के इलाज पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।