अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को सीएम फेस चुनने की बताई वजह, कहा – ‘बिहार का भविष्य तेजस्वी’

KNEWS DESK – बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस ने आखिरकार अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने गुरुवार, 23 अक्टूबर को पटना में हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया।

अशोक गहलोत ने की तेजस्वी की तारीफ

प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक गहलोत ने कहा कि महागठबंधन अब पूरी एकजुटता के साथ तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव एक युवा और ऊर्जावान नेता हैं, जो बिहार के युवाओं से गहराई से जुड़े हुए हैं। उन्हें राज्य के छात्रों, किसानों और आम जनता की परेशानियों का पूरा एहसास है। तेजस्वी बिहार का भविष्य हैं।”

गहलोत ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव ने पिछले विधानसभा चुनाव में भी अपने नेतृत्व की मिसाल पेश की थी और बिहार की जनता ने उन्हें जबरदस्त समर्थन दिया था।

गहलोत ने कहा – 2020 के चुनाव में तेजस्वी जीत के बेहद करीब थे। मामूली अंतर और धनबल की राजनीति के कारण एनडीए को बढ़त मिल गई थी। लेकिन इस बार जनता बदलाव के लिए तैयार है|

गहलोत का एनडीए पर तंज – “हमारा चेहरा साफ, आपका कौन?”

अशोक गहलोत ने सीएम उम्मीदवार की घोषणा करते हुए एनडीए पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा, “हमने तो अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान कर दिया। अब बीजेपी और एनडीए बताएं कि उनका सीएम चेहरा कौन है?”

गहलोत ने कहा कि अब तक बीजेपी ने केवल यह कहा है कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन उन्हें औपचारिक रूप से सीएम चेहरा घोषित नहीं किया गया है। इससे साफ है कि एनडीए के भीतर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

तेजस्वी यादव का पलटवार

प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने भी एनडीए पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “बीजेपी इस बार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनने देगी। वहां न तो कोई जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई और न ही नीतीश को औपचारिक रूप से सीएम चेहरा बनाया गया। यह साफ दिखाता है कि बीजेपी के अंदर नीतीश के लिए जगह खत्म हो रही है।”

तेजस्वी ने दावा किया कि एनडीए में अब एकता नहीं है और जनता भी इस बार बदलाव का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार जी अब थक चुके हैं, और बीजेपी उन्हें फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनने देगी। आने वाले चुनाव में न एनडीए की सरकार बनेगी, न ही बीजेपी बिहार में वापसी कर पाएगी।”