डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। लगभग सभी प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने रविवार देर रात 143 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। हालांकि, सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन के भीतर लंबे समय से जारी खींचतान अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। कई सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी दोनों ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, जिससे गठबंधन में असमंजस की स्थिति बन गई है। जानकारी के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन का आखिरी दिन सोमवार है। वहीं, पहले चरण की 121 सीटों के लिए नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि आज दोपहर 3 बजे तक तय की गई है। रविवार रात तक कुल 1,375 नामांकन स्वीकार किए जा चुके थे। चुनाव आयोग के अनुसार, दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
सूची में कई दिग्गजों के नाम शामिल
आरजेडी की जारी सूची में पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। तेजस्वी प्रसाद यादव राघोपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि रितु प्रिया चौधरी को गया के इमामगंज (अनुसूचित जाति) सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। डॉ. फराज फातमी दरभंगा की केवटी सीट से मैदान में हैं, वहीं भोल यादव बहादुरपुर से अपनी किस्मत आजमाएंगे। इसके अलावा माला पुष्पम समस्तीपुर के हसनपुर से, रवी रंजन कुमार नालंदा के अस्थावां से, अनवरुल हक अंसारी वैशाली की लालगंज सीट से, अख्तरुल इस्लाम शाहीन समस्तीपुर से, रीखा पासवान पटना की मसौढ़ी (अनुसूचित जाति) सीट से, और शमीम अहमद पूर्वी चंपारण की नरकटिया सीट से चुनाव लड़ेंगी।
नए चेहरों और युवाओं को मिला मौका
सूची में कई युवा और नए चेहरों को भी मौका दिया गया है। चंदनी देवी सिंह को सारण की बनियापुर सीट से और डॉ. करिश्मा राय को परसा से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, सुरेंद्र राम को गढ़खा (अनुसूचित जाति) सीट से टिकट मिला है। आरजेडी के इस ऐलान के बाद अब महागठबंधन के भीतर सीटों को लेकर नई बहस तेज हो सकती है, क्योंकि कुछ सीटों पर कांग्रेस ने पहले ही अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह विवाद सुलझा नहीं, तो इसका असर चुनावी नतीजों पर पड़ सकता है।