पत्नी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा हूं अगर नहीं मानी तो…! चुनाव से पहले क्या बोल गए खेसारी लाल ?

डिजिटल डेस्क- भोजपुरी गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में खुद न उतरने का ऐलान किया है, लेकिन इस बार उनकी योजना अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की है। नामांकन की आखिरी तारीख 18 अक्टूबर को तय की गई है और अभी भी कई सीटों पर उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाया है। इस बीच खेसारी बुधवार को पटना पहुंचे और मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपनी रणनीति और विचार साझा किए। खेसारी ने स्पष्ट किया कि वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी चुनाव लड़ें, लेकिन वह अभी उनसे सहमति लेने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं चार दिन से अपनी पत्नी को मना रहा हूं कि वह चुनाव लड़े। अगर वह मान जाएंगी तो नामांकन दाखिल करेंगे, अन्यथा मैं सिर्फ प्रचार करके तेजस्वी यादव और RJD को जिताने की कोशिश करूंगा।”

परिवार और बच्चों के लिए सहमति लेना जरूरी

उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी एक गृहिणी हैं और दो बच्चों की मां हैं, इसलिए उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण उन्हें चुनाव में उतारना आसान नहीं है। खेसारी ने कहा, “मैं उन्हें चुनाव लड़ने के लिए मजबूर नहीं कर रहा, अगर वह मान जाएंगी तो हम चुनाव लड़ेंगे, अन्यथा मैं सिर्फ प्रचार करूंगा। परिवार और बच्चों के बिना उनकी सहमति लेना जरूरी है।”

बदलाव की जरूरत पर जोर

बिहार में बदलाव की आवश्यकता पर बोलते हुए खेसारी ने कहा कि बदलाव बिल्कुल जरूरी है। उनका मानना है कि बदलाव से जनता में यह संदेश जाएगा कि अगर नेता काम नहीं करेंगे तो उन्हें हरा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “आज किसी भी नेता के अंदर डर नहीं है कि अगर उसने काम नहीं किया तो जनता उसे हरा देगी। सभी लोग जाति और धर्म के नाम पर जीत की उम्मीद में हैं। बदलाव तभी संभव है जब नेता अपनी जिम्मेदारियों को सही से निभाएं।”

लालू परिवार से संबंध और प्रचार

खेसारी लाल यादव ने बताया कि उनके परिवार और लालू परिवार के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं, इसलिए वे पूरी कोशिश करेंगे कि RJD और तेजस्वी यादव के लिए प्रचार और समर्थन सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि भले ही वे खुद चुनाव नहीं लड़ रहे, लेकिन पार्टी और नेता के लिए उनका समर्थन लगातार जारी रहेगा।