डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर अब राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है। जन सुराज पार्टी, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने भी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। मांझी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए 6 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की और उनके नामों के साथ तस्वीरें भी साझा कीं।
मांझी ने बहू पर जताया भरोसा
सबसे बड़ा राजनीतिक संदेश इमामगंज सीट से दिया गया है, जहां से जीतन राम मांझी ने अपनी पुत्रवधू दीपा कुमारी को उम्मीदवार बनाया है। माना जा रहा है कि पार्टी ने परिवार और संगठन दोनों के संतुलन को ध्यान में रखकर यह फैसला किया है। दीपा कुमारी के मैदान में उतरने से इमामगंज की सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है।
6 सीटों पर ‘हम’ के उम्मीदवार घोषित
- इमामगंज से दीपा कुमारी
- टिकारी से अनिल कुमार
- बाराहट्टी (अ.जा) से ज्योति देवी
- अतरी से रोमित कुमार
- सिकंदरा (अ.जा) से प्रफुल्ल कुमार मांझी
- कुटुम्बा (अ.जा) से ललन राम
को टिकट दिया गया है।
एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को एनडीए के सीट बंटवारे में कुल 6 सीटें मिली हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जदयू दोनों 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो को 6 सीटें दी गई हैं।
मांझी की रणनीति – दलित वोट बैंक पर फोकस
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मांझी इस बार दलित और महादलित वोट बैंक को एकजुट करने की कोशिश में हैं। इमामगंज और सिकंदरा जैसी सीटों पर उन्होंने ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं, जो स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ रखते हैं।
नए समीकरणों में ‘हम’ की भूमिका अहम
एनडीए में शामिल रहते हुए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा बिहार चुनाव में “किंगमेकर” की भूमिका निभा सकती है। मांझी का कहना है कि उनकी पार्टी विकास, शिक्षा और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी।