अफगानिस्तान के विदेश मंत्री का ताजमहल दौरा रद्द, सुरक्षा कारणों से बदला गया कार्यक्रम

डिजिटल डेस्क- अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी का रविवार को प्रस्तावित ताजमहल दौरा अंतिम समय पर रद्द कर दिया गया। मुत्ताकी सुबह करीब 11 बजे ताजमहल पहुंचने वाले थे, लेकिन सुरक्षा कारणों और कार्यक्रम में हुए अचानक बदलाव के चलते यह विजिट स्थगित कर दी गई। एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अफगान विदेश मंत्री का आगरा दौरा फिलहाल रद्द कर दिया गया है। मौलवी आमिर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर हैं और शनिवार को उन्होंने दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की थी। इसके बाद रविवार को उनका आगरा आने का कार्यक्रम तय था। मुत्ताकी को शिल्पग्राम से गोल्फ कार्ट में सवार होकर वीवीआईपी गेट से ताजमहल में प्रवेश करना था। लगभग एक घंटे तक ताजमहल परिसर में रुकने और उसके बाद होटल ओबराय अमर विलास में लंच का कार्यक्रम निर्धारित था।

मुत्ताकी की यात्रा को लेकर प्रशासन ने की थी कड़ी तैयारियां

जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने मुत्ताकी की यात्रा को लेकर कड़ी तैयारियां की थीं। शिल्पग्राम पार्किंग से लेकर ताजमहल के दोनों गेटों तक पुलिस फोर्स और सीआईएसएफ के जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई थी। हालांकि, मुत्ताकी राष्ट्राध्यक्ष नहीं हैं, इसलिए उनके विजिट के दौरान आम पर्यटकों के प्रवेश पर कोई रोक नहीं लगाई गई थी। सूत्रों के मुताबिक, आगरा में सुरक्षा को लेकर कुछ नई इनपुट मिलने के बाद प्रशासन ने दौरा रद्द करने का निर्णय लिया। वहीं, आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि मुत्ताकी का ताजमहल दौरा तय कार्यक्रम के अनुसार 11 बजे से 12 बजे के बीच होना था, जिसके बाद वह होटल में भोजन और फिर दारुल उलूम देवबंद जाने वाले थे।

दौरा रद्द होने से मुस्लिम समाज में नाराजगी, लगाया प्रशासन पर मनमानी का आरोप

दौरा रद्द होने के बाद शहर के मुस्लिम समाज में नाराजगी देखी जा रही है। शहर मुफ्ती मजीद रूमी के नेतृत्व में मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल मुत्ताकी से मुलाकात करना चाहता था, जिसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इजाजत नहीं दी। इससे नाराज होकर हाजी जमीलउद्दीन कुरैशी, शहर काजी सैय्यद अहमद अली, दाऊद इकबाल, इरफान अहमद और दाऊद शेख ने प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सम्मानित विदेशी अतिथि से प्रतिनिधिमंडल को मिलने से रोकना अनुचित है।