रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का ऐलान, अगस्त 2027 में दौड़ेगी पहली बुलेट ट्रेन

शिव शंकर सविता- केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुजरात के मेहसाणा में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस में भारत की पहली बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि देश की बहुप्रतीक्षित पहली बुलेट ट्रेन अगस्त 2027 में दौड़ेगी। वैष्णव ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के गुजरात सेक्शन में तेजी से काम चल रहा है और इसका अधिकांश हिस्सा निर्धारित समय से पहले पूरा हो जाएगा।

डेनमार्क के पूरे रेलवे नेटवर्क के बराबर 11 वर्षों में बिछाई गई रेलवे लाइनें

रेल मंत्री ने कहा कि गुजरात में रेलवे क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। राज्य में अब तक 1,46,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। पिछले 11 वर्षों में 2,764 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, जो डेनमार्क के पूरे रेलवे नेटवर्क के बराबर है। उन्होंने बताया कि गुजरात में माल ढुलाई गलियारा (Freight Corridor) पूरी तरह तैयार हो चुका है, जिससे कंटेनर ट्रेनों की यात्रा अवधि 30 घंटे से घटकर 10 से 11 घंटे रह गई है। अब पूर्वी और पश्चिमी माल ढुलाई गलियारों पर रोजाना करीब 400 ट्रेनें चल रही हैं।

स्वच्छ ऊर्जा और विनिर्माण में अग्रणी गुजरात

अश्विनी वैष्णव ने सम्मेलन में गुजरात के औद्योगिक और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र की सराहना करते हुए कहा कि राज्य भारत की विकास यात्रा का प्रमुख स्तंभ बन चुका है। उन्होंने कहा, “आज जब दुनिया पूछती है कि क्या हमारा विनिर्माण स्वच्छ ऊर्जा से संचालित होता है, तो गुजरात के पास इसका सशक्त जवाब है।” मंत्री ने बताया कि गुजरात सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स का एक उभरता हुआ केंद्र बन गया है। इस क्षेत्र में अब तक 1,25,000 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। उन्होंने कहा कि यह निवेश भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।

प्रमुख परियोजनाओं का उल्लेख

अश्विनी वैष्णव ने गुजरात में चल रही प्रमुख परियोजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने धोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स संयंत्र, साणंद में माइक्रोन विनिर्माण केंद्र, और सीजी पावर एवं केईसी के संयंत्रों का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने खवाड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी हरित ऊर्जा परियोजना (Green Energy Project) को गुजरात की उपलब्धियों में एक बड़ा मील का पत्थर बताया।