अजय राय का बड़ा ऐलान, उत्तर प्रदेश में शिक्षक और स्नातक एमएलसी चुनाव कांग्रेस अकेले लड़ेगी

डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा राजनीतिक ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षक और स्नातक एमएलसी (विधान परिषद) चुनाव कांग्रेस अकेले लड़ेगी। इस मौके पर उन्होंने बताया कि चुनाव को प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए “कनेक्ट सेंटर” बनाया गया है और पार्टी ने इस मिशन के लिए कई जिम्मेदारियां तय कर दी हैं। अजय राय ने कहा कि अनामिका यादव, सिद्ध श्री और जैनेंब हैदर समेत कई नेताओं को चुनाव संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। वाराणसी सहित राज्य के कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस शिक्षकों और स्नातकों की वास्तविक आवाज बनेगी। भाजपा ने इन सीटों पर कब्जा कर रखा है, लेकिन अब शिक्षकों और विद्यार्थियों की समस्याओं को विधान परिषद में कांग्रेस बुलंद करेगी।”

कफ सिरप मामले में भी बोले अजय राय

अजय राय ने कहा कि गोरखपुर समेत प्रदेश के 13 जिलों में ड्रग इंस्पेक्टर नहीं हैं, जिसकी वजह से नकली सिरप बेचकर बच्चों की जान ली जा रही है। उन्होंने कहा, “यह सरकार की घोर लापरवाही है। बच्चों को जहर पिलाया जा रहा है और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।” उन्होंने वाराणसी में वकील की हत्या का मुद्दा भी उठाया और कहा कि “प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में एक वकील की उसकी पत्नी के सामने हत्या कर दी गई, यह बेहद शर्मनाक है। मैंने इस मामले में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।”

बीजेपी के इशारे पर मायावती ने किया भ्रमित

अजय राय ने मायावती पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “बीजेपी के इशारे पर मायावती दलित समाज को भ्रमित करने का काम कर रही हैं। 18 साल बाद उन्होंने काशीराम जी को याद किया और उनकी पुण्यतिथि पर कार्यक्रम कराया, लेकिन यह सब बीजेपी की कृपा से हुआ। रोडवेज की बसें लगवाई गईं, डीजल का खर्चा सरकार ने उठाया ताकि मायावती जी का एक पैसा न लगे।”

दलित वोटों के लिए मायावती को किया आगे

उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव को प्रभावित करने के लिए बीजेपी ने मायावती को आगे किया है, ताकि दलित वोटों का ध्रुवीकरण हो सके। अजय राय ने बताया कि कांग्रेस ने उन सभी जिलों में कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए हैं, जहां शिक्षक और स्नातक चुनाव होने हैं। सभी कोऑर्डिनेटर को “कनेक्ट सेंटर” से जोड़ा गया है ताकि चुनावी रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।