डिजिटल डेस्क- शहर के बीचोंबीच बुधवार शाम हुए मिश्री बाजार धमाके ने पूरे इलाके को दहला दिया। अब जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है — यह विस्फोट किसी स्कूटी में नहीं, बल्कि दुकान में छिपाए गए अवैध पटाखों के कारण हुआ था। सीसीटीवी फुटेज ने सच्चाई सामने ला दी है। पुलिस ने मौके से 7 लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि घायलों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। इनमें से पांच को गंभीर हालत में लखनऊ के केजीएमयू रेफर किया गया है।
स्कूटी नहीं, दुकान के नीचे छिपे पटाखों ने उड़ाई बाजार की नींद
शुरुआती अफवाहें थीं कि स्कूटी में ब्लास्ट हुआ, लेकिन सीसीटीवी की पड़ताल में खुलासा हुआ कि दुकान के तख्त के नीचे रखे पटाखों के डिब्बे में आग लगी और वहीं से विस्फोट हुआ। पुलिस के मुताबिक, दिवाली से पहले इलाके में गुपचुप तरीके से पटाखे जमा किए जा रहे थे, ताकि त्योहार पर बेचे जा सकें। घटना के बाद खाद्य एवं औषधि विभाग और बम स्क्वॉड की टीमों ने देर रात तक घर-घर छापेमारी की।
धमाके से हिलीं इमारतें, गिर पड़ी सीलिंग
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम 7:30 बजे के करीब मरकस मस्जिद के पास दो स्कूटी आपस में टकराईं, जिसके तुरंत बाद विस्फोट हुआ। धमाका इतना तेज था कि आसपास की दुकानों की दीवारें दरक गईं, फॉल्स सीलिंग गिर पड़ी और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। दुकानदारों ने बताया कि आग के गोले से कई लोग झुलस गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
पुलिस को गुमराह करने की कोशिश, मगर सबूत बोले
पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि शुरुआती जांच में कुछ स्थानीय लोगों ने टीम को भटकाने की कोशिश की, लेकिन फॉरेंसिक जांच में पटाखों के अवैध भंडारण का खुलासा हुआ। वहीं जॉइंट कमिश्नर आशुतोष कुमार ने कहा कि धमाका बैटरी या विस्फोटक पदार्थ से जुड़ा हो सकता है, लेकिन अंतिम पुष्टि फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही होगी।
8 घायल, 5 गंभीर हालत में
धमाके में 8 लोग घायल हुए हैं। 70 वर्षीय सहाना, 60 वर्षीय अब्दुल, 70 वर्षीय रियादीन और 50 वर्षीय अश्वनी कुमार 50% से अधिक झुलस गए हैं। सभी को उर्सला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया गया है। बाकी घायलों का कानपुर में इलाज चल रहा है।
दुकानदारों की आपबीती
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि धमाका इतना जबरदस्त था कि “जमीन हिल गई, और दुकानें आग के गोले में बदल गईं।” एक दुकानदार ने कहा, “बस एक पल में सब खत्म हो गया, दीवारें हिल गईं, लोग भागने लगे, कोई किसी को नहीं पहचान पाया।”