डिजिटल डेस्क- देश में कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत के मामलों ने एक बार फिर दवा सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में दर्ज हुए इन मामलों के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने नकली और घटिया दवाओं की बिक्री के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है। IMA ने कहा है कि बिना डॉक्टर के पर्चे के किसी भी मेडिकल स्टोर में दवाओं की बिक्री न की जाए और ऐसा करते पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाए।
घटिया और नकली दवाओं की बिक्री जोरों पर
IMA की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सरिता सिंह और सचिव डॉ. संजय सक्सेना ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि “बच्चों में कफ सिरप से मौत की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। यह घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि बाज़ार में घटिया और नकली दवाओं की बिक्री किस हद तक बढ़ चुकी है। अब समय आ गया है कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) इस दिशा में सख्त अभियान चलाए और दोषियों पर तत्काल कार्रवाई करे।” डॉ. सरिता सिंह ने कहा कि एक जिम्मेदार चिकित्सक कभी भी अपने मरीज के स्वास्थ्य से समझौता नहीं करता, लेकिन अगर बाज़ार में नकली या घटिया दवाएं मिलती रहेंगी, तो डॉक्टर की मेहनत भी बेकार हो जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि मेडिकल स्टोर संचालक बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न बेचें।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर जनता का भरोसा डगमगा रहा है
वहीं, डॉ. संजय सक्सेना ने कहा कि देश में बच्चों की मौत जैसी घटनाएं बेहद दर्दनाक हैं और इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर जनता का भरोसा डगमगा सकता है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि ऐसे मामलों में त्वरित जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
IMA की अपील
IMA ने आम जनता से भी अपील की है कि वे हमेशा क्वालीफाइड डॉक्टर या सरकारी अस्पताल से ही परामर्श लें। दवा खरीदते समय बिल अवश्य लें और डॉक्टर की पर्ची के अनुसार ही दवा का सेवन करें। साथ ही, दवा की पैकिंग, निर्माता कंपनी और एक्सपायरी डेट पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।