KNEWS DESK- समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज रामपुर के दौरे पर रहेंगे, जहां वे पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से मुलाकात करेंगे। यह बहुप्रतीक्षित मुलाकात सियासी गलियारों में खासा महत्व रखती है, खासकर ऐसे समय में जब आजम खां के पार्टी से नाराज़ होने और रामपुर छोड़ने की अटकलें सुर्खियों में बनी हुई थीं।
अखिलेश यादव चार्टर प्लेन से बरेली के अमौसी एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से सड़क मार्ग से रामपुर के लिए रवाना होंगे। प्रशासन ने उनके आगमन को लेकर कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। तीन मजिस्ट्रेट और एक सीओ को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव दोपहर 12:30 बजे रामपुर पहुंचेंगे और सीधे आजम खां के आवास जाएंगे, जहां वह करीब एक घंटे तक उनके साथ बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आपसी गिले-शिकवे दूर करने की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के जरिए अखिलेश यह संदेश देना चाहते हैं कि पार्टी के संस्थापक सदस्यों का पूरा सम्मान किया जाता है।
रामपुर दौरे से पहले आजम खां ने अखिलेश की प्रस्तावित मुलाकात को लेकर व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा, “यह आप सबका प्यार है कि एक मुर्गी चोर से मिलने आ रहे हैं।” उन्होंने कहा, “अगर मेरा घर कोई खरीद ले तो अच्छा होगा, मुझे 34 लाख रुपये का जुर्माना भरना है।”
आजम खां ने खुद पर लगे आरोपों का ज़िक्र करते हुए कहा कि एक ही मुकदमे में उन्हें 21 साल की सजा हुई है और कुल 104 मुकदमे उनके खिलाफ दर्ज हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि “एक बकरी और मुर्गी चोर कितना जुर्माना दे सकेगा?”
रामपुर दौरे से पहले अखिलेश यादव बरेली में हाल ही में हुई पुलिस लाठीचार्ज की घटना को लेकर भी स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। इस घटना ने क्षेत्र में राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया था, और अखिलेश इस मुद्दे पर पार्टी की स्थिति को स्पष्ट करना चाहते हैं।
आजम खां की नाराज़गी कोई नई बात नहीं है। जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने यह भी तंज कसा था कि “अगर मैं बड़ा नेता होता, तो मुझसे मिलने बड़े नेता आते।” इस बयान को लेकर पार्टी में असहजता थी, लेकिन अब अखिलेश यादव का यह दौरा संबंध सुधारने की दिशा में एक प्रयास माना जा रहा है।
अखिलेश यादव के दौरे को लेकर रामपुर और बरेली के पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। वहीं, जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती है। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और संबंधित अधिकारियों को ज़िम्मेदारियां सौंप दी गई हैं।