KNEWS DESK- रायबरेली में एक दलित युवक की कथित लिंचिंग की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस अमानवीय कृत्य की खबर मिलते ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, जो इस समय विदेश दौरे पर हैं, ने पीड़ित परिवार से व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने रविवार रात लगभग 10 बजे इस संबंध में जानकारी साझा की। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर बताया कि यह घटना अत्यंत दर्दनाक और आक्रोश पैदा करने वाली है। खेड़ा ने लिखा, “जब युवक को बेरहमी से लाठियों और बेल्टों से पीटा जा रहा था, तब अपने अंतिम क्षणों में उसने राहुल गांधी को याद किया।”
खेड़ा के अनुसार, राहुल गांधी ने मृतक युवक के पिता और भाई से फोन पर बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि इस पीड़ा की घड़ी में वे पूरी तरह उनके साथ खड़े हैं। राहुल गांधी ने इस घटना को ‘लिंचिंग के सामान्यीकरण’ का खतरनाक उदाहरण बताते हुए गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे हिंसक कृत्यों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और दोषियों को सख्त कानूनी सजा मिलनी चाहिए।
पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने रायबरेली के सांसद के रूप में इस घटना को व्यक्तिगत त्रासदी माना है और इस बात का संकल्प लिया है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
यह घटना एक बार फिर देश में जातिगत हिंसा और भीड़तंत्र के बढ़ते खतरे को उजागर करती है। राहुल गांधी का हस्तक्षेप यह संकेत देता है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को केवल राजनीतिक नजरिए से नहीं, बल्कि मानवीय और संवैधानिक दृष्टिकोण से देख रही है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस इस मामले में राज्य प्रशासन पर दबाव बनाएगी ताकि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जा सके। वहीं राहुल गांधी के इस भावनात्मक और संवेदनशील प्रतिक्रिया से रायबरेली के लोगों के साथ उनके गहरे जुड़ाव का भी पता चलता है।
जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ेगी, यह देखना होगा कि प्रशासन और सरकार इस तरह की घटनाओं पर क्या कदम उठाते हैं। लेकिन फिलहाल, पीड़ित परिवार को राहुल गांधी की संवेदना और समर्थन एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हो सकता है।