बरेली कांड की जांच के लिए 7 अक्टूबर को बरेली पहुंचेगा आम आदमी पार्टी का 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, संजय सिंह ने दी जानकारी

शिव शंकर सविता- बरेली में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा और उसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने घोषणा की है कि घटना की निष्पक्ष जांच के लिए 7 अक्टूबर को एक 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बरेली पहुंचेगा। यह जानकारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर (X) हैंडल से साझा की। संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी बरेली की घटना को लेकर बेहद चिंतित है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “बरेली में हुई हिंसा और प्रशासनिक कार्रवाई की सच्चाई सामने लाने के लिए आम आदमी पार्टी का 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 7 अक्टूबर को स्थल का दौरा करेगा और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा।” उन्होंने कहा कि पार्टी का उद्देश्य किसी समुदाय विशेष को दोष देना नहीं, बल्कि सच्चाई को सामने लाना है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

प्रतिनिधिमंडल में ये नेता रहेंगे शामिल

इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे। इसमें प्रदेश सह प्रभारी दिलीप पांडेय, पश्चिम प्रांत अध्यक्ष सोमेंद्र ढाका, रुहेलखंड प्रांत अध्यक्ष मो. हैदर, बौद्ध प्रांत अध्यक्ष इमरान लतीफ, रुहेलखंड प्रांत प्रभारी नदीम अशरफ जायसी, अयोध्या प्रांत प्रभारी सरबजीत सिंह मक्कड़, महिला विंग अध्यक्ष नीलम यादव, पिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. छवि यादव, यूथ विंग अध्यक्ष पंकज अवाना, किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष कमांडो अशोक, प्रदेश प्रवक्ता फैसल खान लाला, रामपुर जिलाध्यक्ष अंसार अहमद, रुहेलखंड प्रांत उपाध्यक्ष सुनीता गंगवार, तिरंगा शाखा प्रमुख जनक प्रसाद, बरेली जिलाध्यक्ष राम सिंह मौर्या और पंचायत प्रकोष्ठ अध्यक्ष विनय सिंह शामिल हैं।

दौरे के बाद करेगा अधिकारियों के साथ मुलाकात

बताया गया है कि यह प्रतिनिधिमंडल सबसे पहले हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगा, उसके बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा। पार्टी का कहना है कि जांच के बाद तथ्यों पर आधारित एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल को सौंपा जाएगा।

आप ने की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग

आम आदमी पार्टी ने यह भी कहा कि जिस तरह बरेली में बुलडोजर कार्रवाई की गई, वह एकतरफा प्रतीत होती है और उसमें निष्पक्षता की कमी दिखती है। पार्टी ने मांग की है कि राज्य सरकार इस पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।