शिव शंकर सविता- बरेली में हाल ही में हुए उपद्रव के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बरेली जाने वाला था, लेकिन प्रशासन ने इसे रोक दिया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में पांडेय के आवास के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई और उन्हें आगे जाने से रोक दिया गया।
माता प्रसाद पांडेय ने लगाये गंभीर आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, माता प्रसाद पांडेय ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “हमें जाने से रोका जा रहा है। यह कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं था। पुलिस ने खुद ही कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ दिया है और अब वे पक्षपाती तरीके से काम कर रहे हैं। अगर यह दो समुदायों के बीच टकराव होता, तो हम मान लेते कि कोई गंभीर घटना हुई है। लेकिन पुलिस हमारे सवालों का कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रही है।” उधर, संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को भी प्रशासन ने घर से निकलने नहीं दिया। पुलिस ने उनके आवास के बाहर नखासा और रायसत्ती थानों की फोर्स तैनात कर दी है। जानकारी के मुताबिक, सांसद को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है।
26 सितंबर को हुई हिंसा के मामले में जा रहे थे बरेली
बता दें कि 26 सितंबर को बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ मामले को लेकर तनाव फैल गया था। शहर में भीड़ जमा हो गई थी और हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस हिंसा में मौलाना तौकीर रजा का नाम सामने आया, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके करीबियों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है। पुलिस इस पूरे मामले में लगातार छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्रवाई कर रही है।