डिजिटल डेस्क- भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के अंदर तक ∼300 किलोमीटर तक भारतीय एयरक्राफ्ट ने पैठ बनाकर लक्ष्यों को भेदते हुए तीन हैंगरों पर प्रभावी अटैक किया गया, जिनमें लगभग 4-5 एयरक्राफ्ट क्षतिग्रस्त हुए — जिनमें एक F‑16 भी शामिल था क्योंकि वह हैंगर F‑16 का बताया गया। एयर चीफ ने यह भी कहा कि उन हैंगरों में कुछ सर्विलांस विमान भी मौजूद थे।
तीनों सेनाओं में दिखा बेहतरीन तालमेल- एयरचीफ
ऑपरेशन की अवधि लगभग 3-4 दिन रही और वायुसेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि इस अभियान में तीनों सेनाओं — वायु, थल और नौसेना के बीच बेहतरीन तालमेल दिखा। उन्होंने कहा, “हमने टार्गेट पर बिल्कुल सटीक निशाना लगाया। यह एक ऐसा युद्ध था जो एक स्पष्ट उद्देश्य के साथ शुरू हुआ और शीघ्रता से पूरा कर दिया गया…।यह इतिहास में दर्ज होगा। आक्रामक रणनीति और डोमेन‑नियंत्रण पर टिप्पणी करते हुए एयर चीफ ने साझा किया कि हाल ही में खरीदे गए लंबी दूरी के SAM (सर्फेस‑टू‑एयर मिसाइल) के कारण अब हम दुश्मन क्षेत्र में उनकी सीमाओं तक अंदर झांक कर उनके संचालन को सीमित करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रणालियों के कारण दुश्मन अपने किसी खास क्षेत्र में आसानी से ऑपरेशन नहीं कर पाएगा। आत्मनिर्भरता पर भी उन्होंने मजबूती से रुख दिखाया।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में चल रहा काम, तेजस प्रोजेक्ट पर काम जारी
एयर चीफ ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम चल रहा है और तेजस प्रोजेक्ट पर काम जारी है। LCA MARK‑1A के ऑर्डर प्लेस किए जा चुके हैं, और HAL के प्रचंद (Prachand) हेलिकॉप्टर का R&D लगभग पूरा हुआ है। साथ ही Indian Multi‑Role Helicopter (IMRH) के लिए योजना‑बंदी शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादन के साथ-साथ तकनीकी गैप पूरा करने के लिए विदेशी साझेदारी और जॉइंट‑प्रोडक्शन विकल्पों पर भी काम किया जा सकता है।
अगली जंग पिछली जंग जैसी नहीं होगी- एयर चीफ
विजन‑2047 और भविष्य की युद्धभूमि की तैयारी पर एयर चीफ ने कहा कि “अगली जंग पिछली जंग जैसी नहीं होगी। वायु सेना खुद को फ्यूचर‑रेडी बना रही है। उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में मिली उपलब्धियों और वैज्ञानिकों जिनमें गगन यान और शुभांशु शुक्ला का नाम उल्लेखनीय रूप से लिया गया।