डिजिटल डेस्क- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से फोन पर बात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। खड़गे को बेंगलुरु के रमैया मेमोरियल अस्पताल में पेसमेकर ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती कराया गया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने उनकी शीघ्र स्वस्थ होने और दीर्घायु की कामना की। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “खड़गे जी से बात की। उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उनके निरंतर स्वस्थ रहने और दीर्घायु होने की प्रार्थना करता हूं।”
प्रियांक खरगे ने दी स्वास्थ्य की जानकारी
मल्लिकार्जुन खड़गे को बुधवार सुबह अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका पेसमेकर ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया गया। उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी उनके पुत्र और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने दी। प्रियांक ने सोशल मीडिया पर बताया कि यह एक छोटी और मामूली प्रक्रिया थी और इसके बाद उनके पिता की स्थिति स्थिर है। उन्होंने कहा कि खड़गे 3 अक्टूबर से अपने काम और निर्धारित कार्यक्रमों में भाग लेने की संभावना रखते हैं। कांग्रेस पार्टी ने भी अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट से ट्वीट कर खड़गे के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पार्टी ने लिखा, “खड़गे जी, आप शीघ्र स्वस्थ हों। आपको शक्ति और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं।”
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने भी बेहतर स्वास्थ्य की कामना की
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को अस्पताल पहुंचकर खड़गे का हालचाल जाना और उन्हें स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दी। इसके अलावा कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी खड़गे के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए लिखा, “ईश्वर करे कि वे शीघ्र ही पूर्ण स्वास्थ्य प्राप्त करें और अपनी बुद्धिमत्ता से कांग्रेस पार्टी का मार्गदर्शन करते रहें।” मल्लिकार्जुन खड़गे का पेसमेकर ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक पूरा होने से उनके परिवार और समर्थकों में राहत की लहर है। प्रियांक खड़गे ने कहा कि सभी के चिंता, समर्थन और स्नेह के लिए उनका परिवार आभारी है।
पीएम मोदी ने फोन कर जाना स्वास्थ्य का हाल
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी का फोन कर व्यक्तिगत रूप से स्वास्थ्य के बारे में पूछना और उनकी लंबी उम्र व निरंतर स्वस्थ रहने की कामना करना राजनीतिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण संदेश माना जा रहा है। यह स्पष्ट करता है कि उच्चतम राजनीतिक नेतृत्व भी स्वास्थ्य और मानवीय दृष्टिकोण को प्राथमिकता देता है।