डिजिटल डेस्क- दिल्ली सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवारों के लिए एक ऐतिहासिक और संवेदनशील निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि कोरोना ड्यूटी में शहीद हुए प्रत्येक कर्मचारी के परिवार को 1 करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि उन कर्मचारियों के परिवारों को दी जाएगी जिन्होंने महामारी के सबसे कठिन समय में समाज की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बयान
सीएम ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मियों, शिक्षकों और अन्य अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों ने निस्वार्थ भाव से अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की। उन्होंने बताया कि जब पूरा विश्व महामारी के भय से थम गया था, तब ये कर्मवीर दिन-रात अपने कर्तव्यों का पालन करते रहे ताकि स्वास्थ्य, स्वच्छता और अन्य आवश्यक सेवाएं निरंतर लोगों तक पहुंचती रहें। सीएम रेखा गुप्ता ने इसे दिल्ली के इतिहास के सबसे प्रेरणादायी अध्यायों में दर्ज किया जाने वाला योगदान बताया। उन्होंने कहा कि सरकार अब उन लंबित अनुग्रह राशियों को भी जारी करेगी, जिन्हें साल 2020-21 में कोविड ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को प्रदान नहीं किया जा सका।
आम आदमी पार्टी पर निशाना
मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने इस मसले पर सिर्फ प्रचार किया, लेकिन गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि पांच वर्षों तक प्रक्रियागत अड़चनों के कारण राशि जारी नहीं हो सकी, लेकिन यह देरी कर्मचारियों के योगदान को कम नहीं कर सकती।
ग्रुप ऑफ मिनिस्टर का गठन
इस महत्वपूर्ण निर्णय के कार्यान्वयन के लिए दिल्ली सरकार ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) का गठन किया है। इसमें कैबिनेट मंत्री आशीष सूद, कपिला मिश्रा और डॉ. पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। साथ ही रिलीफ ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी डिविजन कमिश्नर नीरज सेमवाल और डीएम अमोल श्रीवास्तव भी समिति में शामिल हैं।
कृतज्ञता, एकजुटता और न्याय का प्रतीक
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि यह अनुग्रह राशि केवल वित्तीय सहायता नहीं है, बल्कि कृतज्ञता, एकजुटता और न्याय का प्रतीक है। यह कदम उन कर्मचारियों के प्रति श्रद्धांजलि है जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में अपने जीवन को जोखिम में डालकर जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।