लखनऊ में धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़, महिलाओं को बीमारी ठीक करने का लालच देकर बदलवा रहा था मजहब, आरोपी मलखान उर्फ मैथ्यूज गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क- राजधानी लखनऊ के निगोहा थाना क्षेत्र से रविवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने ग्रामीण इलाकों में सक्रिय एक धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसके सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम मलखान (43) पुत्र स्व. कालीचरन है, जो ग्राम बख्तीरी खेड़ा, थाना निगोहा का निवासी है। पुलिस ने बताया कि मलखान गरीब और ग्रामीण तबके की महिलाओं और बच्चों को बीमारी से छुटकारा दिलाने, चमत्कार और आर्थिक मदद का झांसा देकर धर्मांतरण कराने का काम करता था। वह हर रविवार और गुरुवार को लोगों को इकट्ठा कर चंगाई सभा आयोजित करता था और ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाता था।

2016 में खुद बदला था धर्म, अब बना गिरोह का सरगना

पुलिस जांच में सामने आया कि मलखान ने 2016 में हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाया था। इसके बाद उसने अपने परिवार के सदस्यों, बच्चों और भतीजों तक के नाम बदलकर ईसाई नाम रख लिए। धीरे-धीरे उसने ग्रामीण इलाकों में गरीब तबके के लोगों को निशाना बनाना शुरू किया और अपना एक संगठित रैकेट तैयार कर लिया। उसने अपने खेत में एक हॉलनुमा मकान बनवाया, जिसे वह चर्च के रूप में इस्तेमाल करता था। वहीं पर हर हफ्ते चंगाई सभाएं आयोजित की जाती थीं।

धर्मांतरण का तरीका – चमत्कार और लालच का सहारा

डीसीपी साउथ निपुन अग्रवाल ने बताया कि मलखान खासकर अनुसूचित जाति और गरीब तबके की महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाता था।

  • बीमारियों को ठीक करने का दावा करता।
  • चमत्कार और आशीर्वाद के नाम पर विश्वास दिलाता।
  • पैसों और सुविधाओं का लालच देकर उन्हें बपतिस्मा (ईसाई दीक्षा) दिलाता।

लोगों को गुमराह करने के लिए उसने “यीशू चंगाई सभा” नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बना रखा था, जिसमें खासतौर पर गरीब तबके और अनुसूचित जाति के लोगों को जोड़ा गया था।

बजरंग दल की शिकायत पर खुला मामला

धर्मांतरण गिरोह का खुलासा बजरंग दल कार्यकर्ता धर्मेंद्र शर्मा की शिकायत पर हुआ। इसके बाद थाना निगोहा पुलिस ने आरोपी को ग्राम हुलास खेड़ा मार्ग से गिरफ्तार किया। पुलिस ने मौके से ईसाई धर्म से जुड़ी किताबें, पर्चे और धार्मिक सामग्री बरामद की है। इसके साथ ही आरोपी के आर्थिक स्रोतों और नेटवर्क की भी जांच की जा रही है।

गांव का माहौल खराब कर रहा था गिरोह

डीसीपी ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों से गांव और समाज का माहौल खराब हो रहा था। आरोपी का मकसद धीरे-धीरे ग्रामीणों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करना और उन्हें अपने प्रभाव में लाना था।

पुलिस की जांच जारी

पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि मलखान के संपर्क में कितने लोग आ चुके हैं और कितने ग्रामीणों ने वास्तव में धर्म बदला है। इसके अलावा आरोपी को बाहरी आर्थिक मदद मिल रही थी या नहीं, इसकी भी गहन जांच हो रही है।