शिव शंकर सविता- राजनीति और भोजपुरी सिनेमा की दुनिया का ताज़ा विवाद बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सुर्खियों में है। तेज प्रताप यादव ने बीजेपी और एनडीए समर्थक भोजपुरी गायक पवन सिंह द्वारा उपेंद्र कुशवाहा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात पर तीखा हमला किया है। तेज प्रताप ने कहा कि पवन सिंह कभी लखनऊ में हमारे पैर पर गिरे हुए थे, अब किसी और के पैर में गिर रहे हैं। इनका बुद्धि-विवेक काम नहीं कर रहा है, वो जाने वो क्या करेंगे। ये ना जाने किसके-किसके अभी पैर छुएंगे। उन्हें कलाकार होना चाहिए, कलाकारी करनी चाहिए, चुनाव लड़ने की कोशिश नहीं।
राजनीतिक गतिविधियों से नाराज चल रहे हैं तेज प्रताप
तेज प्रताप के इस बयान से साफ है कि वे पवन सिंह की राजनीतिक गतिविधियों से नाराज हैं और इसे जनतापरक और व्यक्तिगत कटुता दोनों रूपों में देख रहे हैं। उनका कहना है कि कलाकारों का राजनीति में हस्तक्षेप जनता के भरोसे को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, सोमवार को दिल्ली में पवन सिंह ने राजद के उपेन्द्र कुशवाहा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा के पैर छुए, जिसे लेकर तेज प्रताप ने तंज कसा।
पवन सिहं बीजेपी में थे, बीजेपी में हैं और बीजेपी में ही रहेंगे- विनोद तावड़े
वहीं, बिहार में बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े ने इस मुलाकात पर कहा कि पवन सिंह बीजेपी में थे, बीजेपी में हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले बिहार चुनाव में पवन सिंह एनडीए के लिए प्रचार करेंगे और इस बार वे आरा से चुनाव लड़ सकते हैं। पिछली बार लोकसभा चुनाव में पवन सिंह के निर्दलीय होने की वजह से एनडीए को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।
कराकट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था
पवन सिंह ने 2024 में पश्चिम बंगाल के आसनसोल से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया था, लेकिन बाद में पार्टी ने उनका नाम वापस ले लिया। जब पार्टी ने उन्हें बिहार से उम्मीदवार बनाने से इंकार किया, तो उन्होंने कराकट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।