Dussehra 2025: दशहरे के दिन रावण दहन की राख और लकड़ी से करें ये एक काम, आर्थिक तंगी से मिल जाएगा छुटकारा!

KNEWS DESK- दशहरा केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह जीवन की नकारात्मकताओं को दूर करने और घर में खुशहाली लाने का भी पर्व है। इस साल दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। ज्योतिष और लोक मान्यताओं के अनुसार, रावण दहन के बाद बची हुई राख और लकड़ी में चमत्कारी शक्तियां समाहित होती हैं। अगर इन्हें सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो घर में आर्थिक तंगी दूर होती है, नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और बुरी नजर का प्रभाव भी कम हो जाता है।

घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश

यदि आपके घर में कलह रहती है, काम बिगड़ते हैं या वातावरण नकारात्मक लगता है, तो रावण दहन की राख का यह उपाय लाभकारी साबित होता है। रावण दहन के बाद बची हुई राख को एकत्र करें। इसे लाल कपड़े के छोटे टुकड़े में बांधकर पोटली बनाएं। इस पोटली को घर के मुख्य द्वार पर या दहलीज के पास अंदर की तरफ रख दें।

    लाभ– इस उपाय से घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। यह पोटली घर के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करती है।

    आर्थिक तंगी से मुक्ति

    अगर घर में पैसा टिकता नहीं है या आय के स्रोत सीमित हो गए हैं, तो रावण दहन की बची हुई लकड़ी का यह उपाय बहुत ही शुभ माना जाता है। जलने से बची हुई लकड़ियों के छोटे टुकड़े उठाएं। इन्हें शुद्ध करके अपनी तिजोरी, कैश बॉक्स या धन रखने की जगह पर रखें।

      लाभ-ज्योतिषीय मान्यता है कि यह उपाय घर में धन के नए रास्ते खोलता है और आर्थिक स्थिरता लाता है। धीरे-धीरे आर्थिक परेशानियां कम होने लगती हैं।

      बुरी नजर और टोने-टोटके से सुरक्षा

      अगर आपको लगता है कि परिवार पर बुरी नजर या नकारात्मक प्रभाव है, तो यह उपाय तुरंत लाभकारी है। थोड़ी राख अपनी हथेली में लें। इसे अपने सिर के ऊपर से चारों ओर घुमाकर घर से दूर फेंक दें।

        लाभ-यह उपाय नकारात्मक शक्तियों को दूर फेंकने का प्रतीक है और बुरी नजर का असर समाप्त करता है। इससे घर और परिवार पर शुभ प्रभाव बढ़ता है।

        इस दशहरा, रावण दहन की राख और लकड़ी का सही इस्तेमाल करके न केवल बुरी ताकतों से छुटकारा पाया जा सकता है, बल्कि घर में धन, सुख और सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ाई जा सकती है।