बरेली की तरह कानपुर में भी हिंसा भड़काने की नाकाम साजिश, पुलिस की सूझबूझ के चलते जलने से बचा कानपुर

डिजिटल डेस्क- बरेली में भड़काऊ ऑडियो वायरल होने और भीड़ जुटने से बिगड़े माहौल के बाद अब कानपुर में भी इसी तरह की साजिश रची गई। शुक्रवार को रेलबाजार थानाक्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद भड़काऊ ऑडियो वायरल कर सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस और इंटेलीजेंस की सतर्कता से समय रहते स्थिति पर काबू पा लिया गया।

आरोपी जुबेर गाजी ने प्रसारित किया भड़काऊ ऑडियो

चौकी इंचार्ज सुजातगंज राज मोहन मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को वह पुलिस बल के साथ अजमेरी मस्जिद पर ड्यूटी कर रहे थे। नमाज खत्म होने के बाद लोग घर लौट रहे थे तभी मदर होटल तिराहा निवासी जुबेर अहमद खान उर्फ जुबेर गाजी ने एक भड़काऊ ऑडियो वायरल कर दिया। ऑडियो में लोगों को शासन-प्रशासन के खिलाफ भड़काकर दंगा कराने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की बात कही गई थी।

ऑडियो वायरल होते ही 20-25 लोग हुए इकट्ठे

ऑडियो वायरल होते ही करीब 20–25 युवक इकट्ठा हो गए। स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर युवकों को समझाया और उन्हें शांतिपूर्वक घर भेजा। पुलिस ने बताया कि यदि समय रहते हस्तक्षेप न किया जाता तो इलाका तनावग्रस्त हो सकता था।

25 अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

रेलबाजार थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि चौकी प्रभारी की तहरीर पर जुबेर गाजी सहित 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब वायरल ऑडियो की तकनीकी जांच भी करा रही है ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।

कानपुर से शुरू हुआ था आई लव मोहम्मद विवाद

बता दें कि कानपुर के रावतपुर से “आई लव मोहम्मद” के समर्थन में शुरू हुआ विवाद कई शहरों तक फैल चुका है। 4 सितंबर को बारावफात के जुलूस में सड़क पर आई लव मोहम्मद लिखे बोर्ड लगाने पर नौ नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद से बरेली, उन्नाव और शुक्लागंज सहित कई जगहों पर प्रदर्शन हुए। शुक्लागंज में हुए बवाल के बाद पुलिस ने आठ नामजद और 30 अज्ञात पर केस दर्ज कर पांच आरोपियों को जेल भेजा था।