बरेली बवाल के बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने जारी किया वीडियो, बोला- अतीक और अशरफ की तरह मुझे गोली मार दो, मोहम्मद के नाम पर मरना कबूल है…

डिजिटल डेस्क- इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के बुलावे पर शुक्रवार को जुटी भीड़ उस समय अराजक हो गई, जब मौलाना खुद कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंचे। भीड़ ने खलील स्कूल तिराहे के पास दुकानों और वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। नावल्टी चौराहे पर पुलिस टीम पर पथराव और श्यामगंज इलाके में फायरिंग की गई। डीआईजी अजय कुमार साहनी के मुताबिक, इस हिंसा में 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। शाम तक हालात काबू में आ गए। पुलिस ने अब तक 30 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

मोहम्मद के नाम पर मरना भी कबूल है….

मौलाना तौकीर रजा खां ने शुक्रवार रात वीडियो जारी कर कहा कि अतीक और अशरफ की तरह मुझे गोली मार दो, मोहम्मद के नाम पर मरना कबूल है। उन्होंने कहा कि वह अब तक नजरबंद हैं। उन्होंने मुसलमानों को मुबारकबाद पेश करते हुए घटना को साजिश करार दिया। मौलाना ने कहा कि मैं आशिकाने रसूल को मुबारकबाद पेश करता हूं। ऐसे खतरनाक समय में इश्क-ए रसूल के नाम पर आप लोग आए। हमने अमन का रास्ता इख्तियार किया था। मोहम्मद साहब के नाम को जो बार-बार अपमानित किया जा रहा है, उसके लिए सख्त कानून बनाया जाए। 

बवाल के बाद ये इलाके हुए हैं प्रभावित

बवाल से प्रभावित इलाकों में बिहारीपुर, श्यामगंज, कुतुबखाना, इस्लामिया मार्केट, मैलानी मार्केट, कोहाड़ापौर, आलमगिरीगंज, बांस भांडी, सिविल लाइंस, साहूकारा और पुराना बस अड्डा शामिल हैं। इन इलाकों में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है।

मौलाना ने 19 सितंबर को किया था एलान

गौरतलब है कि मौलाना ने 19 सितंबर को एलान किया था कि वह शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में विरोध प्रदर्शन करेंगे और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपेंगे। प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। बृहस्पतिवार रात आईएमसी की ओर से एक पत्र जारी हुआ जिसमें कार्यक्रम स्थगित करने की सूचना थी, लेकिन शुक्रवार सुबह मौलाना ने वीडियो जारी कर इस पत्र को फर्जी बताया और प्रदर्शन की अपील की। मौलाना के न पहुंचने से भीड़ बेकाबू हो गई और पूरे शहर के कई हिस्सों में उपद्रव फैल गया। फिलहाल, पुलिस-प्रशासन स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है और गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है।