डिजिटल डेस्क- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों और दुष्प्रचार को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। हाल के दिनों में यह चर्चा तेज हुई थी कि रोहिणी ने अपने पिता को किडनी दान देने का दावा केवल राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए किया था। इन अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए रोहिणी ने विरोधियों को खुली चुनौती दी है कि यदि कोई उनके खिलाफ फैलाए जा रहे इन झूठे आरोपों को साबित कर दे, तो वह तुरंत राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगी।
क्या कहा रोहिणी ने ?
रोहिणी ने कहा, “सभी गंदी सोच रखने वालों और ऐसे लोगों को शह देने वालों के लिए मेरी यह खुली चुनौती है कि कोई यह साबित कर दे कि मैंने कभी अपने लिए या किसी और के लिए कुछ मांगा हो, या फिर पिता को किडनी देने की बात झूठी हो। यदि यह साबित हो गया तो मैं खुद को राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन से अलग कर दूंगी।” उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ दुष्प्रचार सुनियोजित तरीके से फैलाया जा रहा है। रोहिणी ने कहा कि यदि आरोप लगाने वाले अपने झूठ को साबित नहीं कर पाए तो उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विरोधियों में इतना साहस होना चाहिए कि वे सार्वजनिक तौर पर देश की हर मां-बहन-बेटी से यह वादा करें कि भविष्य में वे कभी किसी महिला के बारे में झूठी और अपमानजनक बातें नहीं कहेंगे।

बीते दिनों भी दिया था तीखा जवाब
दरअसल, यह पहला मौका नहीं है जब रोहिणी ने इस तरह की अफवाहों पर नाराजगी जाहिर की है। 21 सितंबर को भी उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर ट्रोलर्स और पेड मीडिया पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि उनके बारे में फैलाए जा रहे झूठ पूरी तरह निराधार हैं और यह सब उनकी छवि को धूमिल करने की एक साजिश का हिस्सा है। रोहिणी ने उस समय साफ किया था कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा था कि न तो वे विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं, न किसी को प्रत्याशी बनवाना चाहती हैं। न उन्हें राज्यसभा की सदस्यता चाहिए और न ही पार्टी या सरकार में किसी पद की लालसा है।
मेरा जीवन आत्मसम्मान और परिवार को समर्पित- रोहिणी आचार्य
उन्होंने यह भी दोहराया कि उनका जीवन सिर्फ आत्मसम्मान, माता-पिता के प्रति सम्मान और परिवार की प्रतिष्ठा को समर्पित है। उनके अनुसार, यही उनके लिए सर्वोपरि है और राजनीति में उनकी कोई व्यक्तिगत आकांक्षा नहीं रही है। रोहिणी का यह दो टूक बयान एक बार फिर उन अफवाहों और विरोधियों को सीधी चेतावनी है, जो उनके नाम पर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं।