लेह में छात्रों का उग्र प्रदर्शन, लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग पर भड़का आंदोलन, CRPF की गाड़ी में लगाई आग

KNEWS DESK- केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में इन दिनों हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। सोमवार को लेह में छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। यह आंदोलन प्रख्यात पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के समर्थन में किया गया, जो लंबे समय से लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और स्थानीय लोगों के अधिकारों की रक्षा की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस बल के बीच झड़प हो गई। देखते ही देखते प्रदर्शन उग्र रूप ले बैठा और भीड़ ने सीआरपीएफ की एक गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बावजूद भीड़ को काबू में लाना मुश्किल साबित हो रहा है। हालात को नियंत्रित करने के लिए लेह के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए। छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक संरक्षण मिले। स्थानीय युवाओं को रोजगार और शिक्षा में आरक्षण सुनिश्चित किया जाए। प्राकृतिक संसाधनों और जमीन की रक्षा की जाए।

छात्रों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा तो मिला, लेकिन इसके साथ जो विकास, अधिकार और संवैधानिक सुरक्षा मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल पाई।

सोनम वांगचुक, जो लद्दाख में शिक्षा और पर्यावरण को लेकर अपने काम के लिए देशभर में पहचाने जाते हैं, पिछले कुछ महीनों से लगातार केंद्र सरकार से छठी अनुसूची लागू करने और स्थानीय पहचान की रक्षा की मांग कर रहे हैं। उनके समर्थन में अब छात्र, सामाजिक संगठन और स्थानीय राजनीतिक दल भी खुलकर सामने आ रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारी शांति भंग करने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें समझाने की कोशिश की गई। लेकिन स्थिति बिगड़ने पर बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने कहा कि सीआरपीएफ वाहन जलाने वालों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

फिलहाल लेह में इंटरनेट सेवाएं आंशिक रूप से बंद कर दी गई हैं और धारा 144 लागू करने पर विचार किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।