KNEWS DESK- बरेली में धार्मिक भावनाओं से जुड़े एक मामले ने तूल पकड़ लिया है। ‘I Love Muhammad’ लिखे बैनर और पोस्टर हटाने को लेकर पुलिस और स्थानीय मुस्लिम समाज के बीच तीखी तकरार हो गई। यह घटना रविवार को किला थाना क्षेत्र में हुई, जब थाना प्रभारी सुभाष कुमार अपनी टीम के साथ पोस्टर हटाने पहुंचे।
पुलिस का कहना था कि सार्वजनिक स्थानों पर इस प्रकार के धार्मिक पोस्टर बिना अनुमति लगाए गए हैं, जिसे हटाना जरूरी है। हालांकि, मुस्लिम समाज के लोगों ने इसका विरोध किया और मौके पर भारी भीड़ एकत्र हो गई।
इस विवाद के बीच इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के नेता डॉ. नफीस का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में डॉ. नफीस पुलिस अधिकारी को धमकाते हुए कहते हैं:
“मैंने इंस्पेक्टर से कह दिया कि हाथ काट लूंगा… वर्दी उतरवा दूंगा।”
इस वीडियो के वायरल होने के बाद किला थाना पुलिस ने डॉ. नफीस के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है और वीडियो की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है।
इसी बीच, प्रेमनगर थाना क्षेत्र में एक और मामला सामने आया है, जहां सुर्खा चौधरी तालाब निवासी सलीम रजा ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके बेटे रिहान घोसी की इंस्टाग्राम आईडी पर श्यामपाल नामक व्यक्ति ने आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट भेजी है।
सलीम रजा का कहना है कि 21 सितंबर को श्यामपाल ने उनके बेटे को फोन पर गालियां भी दीं, और समाज में नफरत फैलाने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि श्यामपाल की हरकतें धार्मिक भावनाएं भड़काने और शहर का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश का हिस्सा हैं। प्रेमनगर थाना पुलिस ने भी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है।