गैंगस्टर मामले में पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी पर आरोप तय, 30 सितंबर को अगली सुनवाई

डिजिटल डेस्क- समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के मामले में मंगलवार को कानपुर की अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया। कड़ी सुरक्षा के बीच महाराजगंज जेल से कोर्ट लाए गए इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत सात आरोपियों पर एडीजे-8 विनय गुप्ता की अदालत ने आरोप तय कर दिए। अदालत ने अब इस मामले की अगली सुनवाई 30 सितंबर को निर्धारित की है।

आगजनी मामले में मिल चुकी है 7 साल की सजा

गौरतलब है कि इरफान सोलंकी पहले से ही जाजमऊ में महिला के घर आगजनी मामले में दोषी ठहराए जा चुके हैं। इस मामले में अदालत ने उन्हें सात साल की सजा सुनाई है और वे वर्तमान में जेल में बंद हैं। वहीं, 26 दिसंबर 2022 को जाजमऊ थाने में दर्ज मुकदमे में इरफान और उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत सात लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। पुलिस की चार्जशीट में इरफान सोलंकी को गैंग का लीडर बताया गया है, जबकि अन्य आरोपी उनके सहयोगी बताए गए हैं। इससे पहले 31 अगस्त को अदालत ने इरफान व अन्य आरोपियों की डिस्चार्ज याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद से ही यह तय था कि मामले की सुनवाई आगे बढ़ेगी। अदालत ने मंगलवार को आरोप तय करने के साथ ही 30 सितंबर को अगली सुनवाई की तारीख घोषित की। अगली सुनवाई में वादी पक्ष की ओर से गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे, जो मुकदमे की दिशा तय करने में अहम साबित होंगे।

अब घर में दो विधायक, जनता का विश्वास लगातार बढ़ रहा है- विधायक नसीम सोलंकी

आज की पेशी के दौरान कोर्ट परिसर में सपा विधायक और इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी भी मौजूद रहीं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जनता उनके साथ है और इरफान सोलंकी राजनीतिक साजिश का शिकार बने हैं। नसीम ने यह भी कहा कि अब उनके घर में दो विधायक हैं और जनता का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।

वहीं, पेशी के दौरान इरफान सोलंकी ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि उन पर राजनीतिक द्वेष के चलते कार्रवाई की जा रही है। उनका दावा है कि वे इस मुकदमे को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे और वहां से न्याय प्राप्त कर जेल से बाहर आएंगे। इतना ही नहीं, इरफान सोलंकी ने विश्वास जताया कि 2027 के विधानसभा चुनाव में वे एक बार फिर विधायक बनकर लौटेंगे।