डिजिटल डेस्क- तकनीक का विस्तार समाज और राजनीति को नई दिशा दे रहा है, लेकिन जब इसका इस्तेमाल संवेदनशील मुद्दों पर होता है, तो विवाद और गहराते हैं। हाल ही में ऐसा ही मामला सामने आया, जब बिहार कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबा को लेकर एक एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जनरेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। इस वीडियो पर उठे विवाद के बाद अब पटना हाईकोर्ट ने सख्त कदम उठाते हुए कांग्रेस को निर्देश दिया है कि वह इसे तुरंत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाए।
क्या था वीडियो में?
बिहार कांग्रेस ने एक्स प्लेटफॉर्म पर यह वीडियो साझा किया था। वीडियो में दिखाया गया कि पीएम मोदी के सपने में उनकी मां आती हैं और बिहार की राजनीति को लेकर उनसे सवाल करती हैं। मां के मुंह से आलोचनात्मक बातें कहलवाकर कांग्रेस ने इसे एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की। लेकिन वीडियो वायरल होते ही भाजपा ने इसे “शर्मनाक” करार दिया और कांग्रेस पर पीएम मोदी व उनकी मां की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस की सफाई- केवल राजनीतिक व्यंग्य था उद्देश्य
विवाद बढ़ने पर कांग्रेस ने बचाव में कहा कि वीडियो में किसी तरह का अनादर नहीं है। पार्टी नेता पवन खेड़ा ने तर्क दिया कि, “सिर्फ इसलिए कि एक मां अपने बेटे को सही रास्ता दिखाने की कोशिश कर रही है, इसमें अनादर कहां है? यहां तो संदेश देने की कोशिश की गई है।” कांग्रेस ने साफ किया कि इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री या उनकी दिवंगत मां का अपमान करना नहीं था, बल्कि बिहार की मौजूदा राजनीति पर व्यंग्य करना था।
तुरंत हटाने के दिए निर्देश
17 सितंबर को पटना हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए इस वीडियो पर कड़ा रुख दिखाया। मुख्य कार्यकारी न्यायाधीश ने स्पष्ट आदेश दिया कि कांग्रेस इस वीडियो को तुरंत हटाए। कोर्ट ने माना कि इस तरह की सामग्री न केवल गरिमा को ठेस पहुंचाती है, बल्कि समाज में गलत संदेश भी दे सकती है।