KNEWS DESK- एशिया कप 2025 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम एक अजीबो-गरीब परिस्थिति में फंस गई है — और ये हालात किसी और ने नहीं, खुद उन्होंने ही बनाए हैं। 17 सितंबर को UAE के खिलाफ उनका मैच होना है, जो अब एक ‘नॉकआउट मुकाबला’ बन चुका है। लेकिन पाकिस्तान की जिद और ICC से टकराव की वजह से उनके टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।
15 सितंबर को भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने कथित तौर पर पाकिस्तान खिलाड़ियों से हैंडशेक नहीं किया। पाकिस्तान ने इस घटना को इतना बड़ा बना दिया कि उन्होंने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट की भूमिका पर सवाल उठा दिए और उन्हें हटाने की मांग कर डाली। इतना ही नहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने ICC को धमकी तक दे डाली कि अगर रेफरी को नहीं हटाया गया, तो वे UAE के खिलाफ अगला मैच नहीं खेलेंगे।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, ICC ने पाकिस्तान की मांग को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और साफ कर दिया है कि 17 सितंबर को UAE के खिलाफ मैच में भी रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ही रहेंगे। ICC का मानना है कि हैंडशेक जैसी घटनाएं खेल भावना के तहत आती हैं और इसे इतना तूल देना गैरजरूरी है।
UAE ने ओमान को 42 रन से हराकर ग्रुप ए में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। अब पाकिस्तान और UAE के बीच का मुकाबला तय करेगा कि भारत के साथ सुपर फोर में कौन जाएगा। यानी यह मुकाबला ‘करो या मरो’ की स्थिति बन गया है। ऐसे में अगर पाकिस्तान अपनी जिद पर अड़ा रहता है और मैच नहीं खेलता, तो उसे सीधे तौर पर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जाएगा।
अब सबसे बड़ा सवाल यही है — क्या पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपनी दी गई धमकी से पीछे हटेगी और UAE के खिलाफ मैदान में उतरेगी? या फिर अपनी ही जिद में फंसकर टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी?
अगर पाकिस्तान मैदान में उतरता है और जीत दर्ज करता है, तो सुपर फोर में उसकी जगह तय हो सकती है। लेकिन अगर वह मैच का बहिष्कार करता है, तो न सिर्फ उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा, बल्कि उसकी खेल भावना और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छवि को भी बड़ा नुकसान होगा।