KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम के दरांग ज़िले के मंगलदोई में ₹6,300 करोड़ से अधिक की स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य के स्वास्थ्य सेवा, सड़क नेटवर्क और ऊर्जा सेक्टर को सुदृढ़ करना है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “विकसित भारत” केवल एक सपना नहीं बल्कि आज के नौजवानों का संकल्प है, और इसमें पूर्वोत्तर भारत की अहम भूमिका है।
प्रधानमंत्री ने 570 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले दरांग मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, और GNM स्कूल का शिलान्यास किया। इससे न सिर्फ स्थानीय युवाओं को मेडिकल शिक्षा के अवसर मिलेंगे, बल्कि क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को भी बल मिलेगा।
PM मोदी ने ₹1,200 करोड़ की लागत से बनने वाले 2.9 किलोमीटर लंबे नरेंगी-कुरुवा पुल की नींव रखी। इसके साथ ही उन्होंने ₹4,530 करोड़ की लागत से बनने वाली 118.5 किलोमीटर लंबी गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना का शिलान्यास भी किया। यह रिंग रोड कामरूप, दरांग और मेघालय के री भोई जिले को जोड़ेगी, जिससे आवागमन सुगम होगा और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री बाद में गोलाघाट ज़िले के नुमालीगढ़ रिफाइनरी में दो बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। बांस आधारित एथेनॉल संयंत्र – लागत ₹5,000 करोड़ से अधिक, पेट्रो फ्लूइडाइज्ड कैटेलिटिक क्रैकर इकाई – लागत ₹7,230 करोड़।यह संयंत्र न केवल हरित ईंधन को बढ़ावा देगा बल्कि स्थानीय किसानों को भी बांस उत्पादन से अतिरिक्त आमदनी होगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने भारत रत्न से सम्मानित महान गायक भूपेन हजारिका की जन्म शताब्दी का ज़िक्र करते हुए कहा:
“ये कांग्रेस वाले मुझे कितनी ही गालियां दें, मैं भगवान शिव का भक्त हूं, सारा ज़हर पी जाता हूं। लेकिन जब किसी और का अपमान होता है, मैं चुप नहीं बैठता। आप बताइए, क्या भूपेन दा को भारत रत्न देना गलत था?” उन्होंने यह भी कहा कि देश का हर युवा अब विकसित भारत के निर्माण में भागीदार है और यह पूर्वोत्तर की भागीदारी के बिना अधूरा है।