भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर देशभर में विरोध, ‘खून और खेल साथ नहीं चल सकते’ की गूंज

KNEWS DESK- एशिया कप 2025 में आज भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला क्रिकेट मैच खेल से ज़्यादा एक भावनात्मक और राजनीतिक मुद्दा बन गया है। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले और 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहला मौका है जब दोनों देशों के बीच आमने-सामने मुकाबला हो रहा है। इस मैच को लेकर देशभर में गहरा विरोध देखने को मिल रहा है।

विरोध का स्वर अब केवल सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सड़क से संसद तक इस पर बहस छिड़ चुकी है। राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, बॉलीवुड हस्तियों और शहीदों के परिवारों ने एक सुर में सवाल उठाया है – “क्या खून और खेल साथ चल सकते हैं?”

उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने इस मैच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने महाराष्ट्र भर में विरोध प्रदर्शन किए और मुंबई की सड़कों पर बीसीसीआई को चंदा देने के लिए संदूक लेकर प्रदर्शन किया।

शिवसेना ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर मैच का प्रसारण रोकने की मांग की। उनका कहना है “जब पाकिस्तान से व्यापार नहीं हो सकता, तो खेल कैसे हो सकता है? ये सिर्फ एक खेल नहीं, देश की अस्मिता का सवाल है।”

मुंबई में विरोध के दौरान गुस्साए क्रिकेट प्रेमियों ने 5 टीवी सेट तोड़े, यह कहते हुए कि “हम ये मैच नहीं देखेंगे और दूसरों को भी रोकेंगे।”

सोशल मीडिया पर #BoycottINDvPAK और #PahalgamTerroristAttack ट्रेंड कर रहा है, जहां लाखों लोग मैच रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मैच पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा “क्या असम और यूपी के मुख्यमंत्री में इतना साहस नहीं कि वे पाकिस्तान से खेलने से इनकार कर सकें? अगर आपकी बेटी मारी जाती, तब भी क्या आप क्रिकेट खेलते?” ओवैसी ने यह भी पूछा कि सरकार की प्राथमिकता 26 नागरिकों की जान है या क्रिकेट से मिलने वाला पैसा?

IFTDA अध्यक्ष अशोक पंडित ने इस मैच को भारत के लिए एक ‘काला दिन’ बताया। उन्होंने कहा “हम इतने असंवेदनशील नहीं हो सकते। हमारे क्रिकेटरों को शर्म आनी चाहिए कि वे इस हालात में मैदान में उतर रहे हैं।”

विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा “भारत हमेशा जीता है और जीतेगा। अगर हम नहीं खेलेंगे तो दुनिया को कैसे पता चलेगा कि हम पाकिस्तान को एक ही बार में हराने की ताकत रखते हैं। हम अपने क्रिकेटरों के साथ खड़े हैं।”

दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा “पहलगाम हमले में अपने पतियों को खो चुकीं हमारी बहनों का यह घोर अपमान है।”

पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के व्यवसायी शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने भावुक होकर जनता से अपील की “हमने अपनों को खोया है। बीसीसीआई को हमारे जख्मों की कोई परवाह नहीं। कृपया इस मैच का बहिष्कार करें।”