लखनऊः पकड़ा गया साइबर ठगों का बड़ा गैंग , 26 लाख नकद और 1.30 करोड़ की डिजिटल करेंसी बरामद

डिजिटल डेस्क- राजधानी लखनऊ में पुलिस ने साइबर ठगों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। बीबीडी और पूर्वी जोन की क्राइम टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के एक कमरे से गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 26 लाख रुपये नकद, 1.30 करोड़ रुपये की डिजिटल करेंसी, 9 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 15 एटीएम कार्ड और 16 फर्जी चेकबुक बरामद किए गए हैं।

आईटी एक्ट में दर्ज किया गया मुकदमा

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुशीर अहमद, अनवर अहमद, अरशद अली, रिंकू, अमित कुमार जयसवाल और अर्जुन भार्गव के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके खिलाफ बीएनएस और आईटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है। मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक जांच की जा रही है। एक मोबाइल से क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत भी मिले हैं। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली थी कि पीएम आवास योजना के एक कमरे में संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। दबिश देने पर ठगों का पूरा नेटवर्क पकड़ा गया।

भोले-भाले लोगों को झांसा देकर खुलवाता था अकाउंट

जांच में खुलासा हुआ है कि यह गैंग भोले-भाले लोगों को झांसा देकर फर्जी बैंक खाते खुलवाता था और ठगी से मिली रकम को नकद निकालकर फॉरेक्स ट्रेडिंग व डिजिटल करेंसी में बदल देता था, ताकि लेन-देन का पता न चल सके। गिरोह डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग और फर्जी निवेश के जरिए लोगों को जाल में फंसाता था। अब तक की जांच में सामने आया है कि गैंग ने करीब 14.80 करोड़ रुपये की ठगी की है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और गैंग के विदेशी कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है।