सीएम आवास के बाहर युवक ने खाया जहरीला पदार्थ, इलाज के दौरान हुई मौत

शिव शंकर सविता- राजधानी लखनऊ में शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। मुख्यमंत्री आवास के बाहर बुलंदशहर के एक युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया। आनन-फानन में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक बिजली विभाग से परेशान था और इसी शिकायत को लेकर लखनऊ पहुंचा था। जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर के ग्राम तातारपुर निवासी अजय कुमार उर्फ धर्मेश कुमार (50) शुक्रवार सुबह जनसुनवाई में शामिल होना चाहता था, लेकिन उसे मौका नहीं मिल पाया। निराश होकर उसने लामार्ट चौराहे के पास जहरीला पदार्थ खा लिया। सुरक्षाकर्मियों को जानकारी मिलते ही अजय को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी।

बिजली विभाग से चल रहा था विवाद

हजरतगंज एसीपी विकास जायसवाल ने बताया कि अजय ने पूछताछ में कहा था कि उसने वर्ष 2014 में आटा चक्की लगाई थी। अधिक लोड के चलते ट्रांसफार्मर जल गया था। दूसरा ट्रांसफार्मर भी तुरंत खराब हो गया। इसके बाद बिजली विभाग ने 70 प्रतिशत राशि जमा करने के लिए कहा, जिसके कारण उसकी चक्की आज तक बंद है। इसी विवाद से परेशान होकर वह लखनऊ पहुंचा था।

पत्नी से अलग रह रहे थे अजय

मृतक की पत्नी अनीता ने बताया कि अजय पिछले छह साल से उनसे और बच्चों से अलग रह रहे थे। सोमवार को बिना बताए घर से निकल गए थे और जाते समय मोबाइल भी तोड़ दिया था। इससे पहले भी गांव में विवाद के दौरान उन्होंने पुलिस के सामने जहरीला पदार्थ खाने की धमकी दी थी। उस समय पुलिस ने समझाकर मामला शांत कराया था।

परिवार में मातम, बेटों को लखनऊ ले गई पुलिस

घटना की जानकारी मिलते ही बुलंदशहर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मृतक के घर पहुंचे। तहसीलदार सदर मनोज कुमार रावत, नायब तहसीलदार राजीव कुमार और नगर कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र राठौर ने परिवार और ग्रामीणों से बातचीत की। वहीं, अजय के दोनों बेटे मोहित और पुष्कर को पुलिस अपने साथ लखनऊ ले गई है।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले

गौरतलब है कि सीएम आवास के बाहर खुदकुशी का यह कोई पहला मामला नहीं है। अब तक करीब 10 बड़े मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कई लोगों की मौत हो चुकी है। हाल ही में तीन बड़ी घटनाएं हुई थीं। अब अजय की मौत से हड़कंप मच गया है।