KNEWS DESK- एशिया कप 2025 में भारत ने अपने अभियान की शुरुआत UAE पर शानदार जीत के साथ की, लेकिन यह जीत जितनी आसान रही, उतनी ही विवादों में भी घिर गई। दरअसल, भारत की यह एकतरफा जीत महज 106 गेंदों (17.4 ओवर) में ही पूरी हो गई, जिससे मैच फीस को लेकर सवाल खड़े हो गए।
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में जब भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से इस पर सवाल किया गया, तो उन्होंने साफ जवाब देने से इनकार कर दिया। हालांकि सवाल मजाकिया लहजे में पूछा गया था, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने सिर्फ मुस्कुराकर कहा, “इस मसले पर हम बाद में बात करेंगे।”
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और यह रणनीति पूरी तरह सफल रही। UAE की टीम 13.1 ओवर (79 गेंदों) में सिर्फ 57 रन पर ऑल आउट हो गई। भारतीय गेंदबाजों ने ऐसा दबाव बनाया कि एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए।
सबसे शानदार प्रदर्शन किया कुलदीप यादव ने, जिन्होंने सिर्फ एक ओवर में 3 विकेट लेकर मैच का रुख पूरी तरह भारत के पक्ष में मोड़ दिया। कुल मिलाकर उन्होंने 4 विकेट अपने नाम किए।
भारत को जीत के लिए 58 रन का आसान लक्ष्य मिला, जिसे टीम इंडिया ने केवल 4.3 ओवर (27 गेंदों) में ही हासिल कर लिया।
इस तेज़ जीत के हीरो रहे युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा, जिन्होंने सिर्फ 16 गेंदों पर 30 रन ठोक डाले और विपक्षी गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटे। भारत ने 93 गेंदें शेष रहते यह मुकाबला जीत लिया — जो एशिया कप टी20 इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी जीत भी है।
मैच के इतना जल्दी खत्म हो जाने के बाद सोशल मीडिया पर और कुछ हलकों में यह सवाल उठने लगा कि क्या खिलाड़ियों को पूरी मैच फीस मिलनी चाहिए, जब उन्होंने पूरा 20-20 ओवर का खेल भी नहीं खेला?
इस संदर्भ में सूर्यकुमार यादव से जब सवाल किया गया कि, “क्या इतनी जल्दी मैच जीतने के बाद भी टीम इंडिया को पूरी मैच फीस मिलनी चाहिए?” तो उन्होंने मुस्कुराकर जवाब दिया, “अभी इस पर कुछ नहीं कहूंगा, बाद में बात करेंगे।”
हालांकि यह सवाल हल्के-फुल्के अंदाज में किया गया था, लेकिन इसने एक बहस जरूर छेड़ दी है — क्या प्रदर्शन का समय, मेहनत के भुगतान को प्रभावित करना चाहिए?
भारत की इस शानदार जीत से टीम ने टूर्नामेंट में अपना दबदबा तो साबित कर दिया है, लेकिन साथ ही कुछ प्रशासनिक और नैतिक सवाल भी खड़े हो गए हैं। हालांकि, वर्तमान नियमों के अनुसार, खिलाड़ियों को मैच की अवधि नहीं, बल्कि उनके कॉन्ट्रैक्ट और मैच प्लान के आधार पर फीस दी जाती है।