KNEWS DESK – महाराष्ट्र के राज्यपाल और NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को बड़े अंतर से हराया और भारत के उपराष्ट्रपति का पद अपने नाम कर लिया उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 781 मतदाता थे, जिनमें से 767 ने मतदान किया। राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 वोट मिले, जबकि बी. सुदर्शन रेड्डी को केवल 300 प्रथम वरीयता के वोट मिले।
इस परिणाम के साथ NDA गठबंधन को बड़ी राजनीतिक सफलता मिली है। राधाकृष्णन की जीत ने विपक्षी खेमे को चुनौती दी है और संसद में उनकी मजबूती को और बढ़ाया है। उपराष्ट्रपति का चुनाव हमेशा संसद में राजनीतिक समीकरणों का अहम संकेत माना जाता है। इस बार भी मतदान में NDA की सक्रियता और रणनीति ने राधाकृष्णन को जीत दिलाई।
कौन-कौन पहुंचे मतदान करने
सुबह 10 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 5 बजे तक चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले मतदान करने पहुंचे। उनके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, किरेन रिजिजू, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, भाजपा सांसद कंगना रनौत और सपा नेता राम गोपाल यादव समेत कई दिग्गज नेताओं ने वोट डाले।
विपक्ष की ओर से कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी मतदान किया।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के 4 राज्यसभा सांसद, बीजू जनता दल (बीजेडी) के 7 राज्यसभा सांसद और शिरोमणि अकाली दल (1 लोकसभा और 2 राज्यसभा सांसद) ने मतदान से दूरी बनाई।
खास वजह से हुआ उपचुनाव
यह चुनाव पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को इस्तीफा देने की वजह से कराया गया। चुनाव प्रक्रिया की देखरेख राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने रिटर्निंग ऑफिसर के तौर पर की। सीपी राधाकृष्णन की जीत ने एनडीए खेमे को मजबूती दी है, वहीं विपक्षी इंडिया ब्लॉक को बड़ा झटका लगा है।