डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को बस्ती जनपद के बसहवा गांव पहुँचे, जहाँ उन्होंने विद्या भारती के नए स्कूल भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम योगी ने शिक्षा, विकास और भारतीय संस्कृति को लेकर बड़ा संबोधन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद तत्कालीन सरकारें शिक्षा और विकास की दिशा में सही कार्य नहीं कर पाईं। इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस कार्य का बीड़ा उठाया। उन्होंने याद किया कि नाना जी देशमुख ने गोरखपुर में सबसे पहले सरस्वती शिशु मंदिर की नींव रखी थी, जहाँ मात्र पाँच छात्रों से शुरुआत हुई थी। आज देशभर में 12 हजार से अधिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनमें लाखों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
सपा पर साधा निशाना
योगी ने कहा कि ये संस्थान बच्चों में भारतीयता का बोध कराते हैं और यहीं से निकले छात्र समाज के हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में नंबर-1 थी, लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों की कुंठित सोच से यह पीछे रह गई। 2014 के बाद से भारत लगातार विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में कार्य कर रहा है। सीएम योगी ने कहा कि पहले यूपी भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बाधा था, लेकिन आज प्रदेश विकास के नए आयाम गढ़ रहा है। उन्होंने गोरखपुर से इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी के पूरी तरह खत्म होने का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार चाहे तो बीमारी ही नहीं बल्कि माफिया और मजनू सभी समाप्त हो सकते हैं।
महाराजा सुहेलदेव के नाम पर विश्वविद्यालय बनवाया- योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 साल बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है। उन्होंने इतिहास का जिक्र करते हुए बताया कि एक हजार साल पहले सैय्यद सालार मसूद गाजी मंदिर तोड़ने आया था, लेकिन महाराजा सुहेल देव ने भारतीय सैनिकों के साथ मिलकर उसे परास्त किया और कठोर सजा दी। योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने बहराइच में महाराजा सुहेलदेव का भव्य स्मारक और आजमगढ़ में उनके नाम पर एक विश्वविद्यालय स्थापित किया है।