डिजिटल डेस्क- राजधानी लखनऊ के विभूति खंड स्थित राज्य कर मुख्यालय में सोमवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कानपुर से आए बुआ-भतीजे की जोड़ी ने डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुमार पर अचानक तवे से हमला कर दिया। इस हमले में डिप्टी कमिश्नर के हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं और खून बहने लगा। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत बीच बचाव कर हमलावरों को दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी। जानकारी के मुताबिक, सोमवार दोपहर करीब 1 बजे कानपुर के बर्रा निवासी रानी निगम और उनका भतीजा इंद्रजीत निगम प्रमोद कुमार की केबिन में पहुंचे। आते ही दोनों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। जब प्रमोद ने वजह पूछी तो इंद्रजीत ने तवे से उन पर वार कर दिया। शोर सुनकर कर्मचारी मौके पर दौड़े और हमलावरों को पकड़ लिया।
पुरानी रंजिश वजह बनी
विभूति खंड थाने के इंस्पेक्टर अमर सिंह ने बताया कि प्रमोद कुमार पहले कानपुर में तैनात थे। उस दौरान इंद्रजीत निगम उनके कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत था। साल 2021 में इंद्रजीत ने अपने रिश्तेदार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। उसे शक था कि प्रमोद कुमार ने उस केस में उसके खिलाफ पैरवी की थी। इसी रंजिश के चलते रानी निगम और इंद्रजीत ने मिलकर इस हमले की साजिश रची।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
डिप्टी कमिश्नर का बयान
हमले में घायल प्रमोद कुमार ने कहा कि उनकी आरोपियों से कोई व्यक्तिगत पहचान नहीं है। “वे मेरे केबिन में घुसते ही हमला करने लगे। अगर कर्मचारी समय पर न आते तो बड़ा हादसा हो सकता था।” उन्होंने कर्मचारियों की तत्परता की सराहना की, जिनकी वजह से उनकी जान बच सकी।