डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र में दवा लेने गई 33 वर्षीय महिला निशा सिंह को शोहदे ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर पेट्रोल डालकर जला दिया। गंभीर हालत में उसे लोहिया अस्पताल से सैफई रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार देर शाम उसकी मौत हो गई।

क्या है पूरा मामल ?
जहानगंज थाना क्षेत्र के गांव झिझूकी निवासी बलराम सिंह ने वर्ष 2013 में पुत्री निशा की शादी आमत चौहान (निवासी जल्लापुर, कोतवाली मोहम्मदाबाद) से की थी। पति आमत चौहान दिल्ली में नौकरी करते हैं। निशा अपने दोनों बच्चों रुद्र (11) और शौर्य (8) के साथ फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के नेकपुर चौरासी निवासी रेखा चौहान के यहां किराये पर रहती थी। बलराम सिंह का आरोप है कि मोहम्मदाबाद क्षेत्र के जैतपुर निवासी दीपक पुत्री निशा से बातचीत और दोस्ती करने के लिए लगातार दबाव बना रहा था। मना करने पर वह उसे परेशान करता था। शनिवार को जब निशा दरियावगंज दवा लेने गई थी, तभी कुंदन गनेशपुर गांव के पास दीपक और उसके पांच साथियों ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

इलाज के दौरान मौत, मुकदमा दर्ज
गंभीर हालत में झुलसी निशा को पहले लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर सैफई रेफर किया गया। रविवार देर शाम इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सैफई में ही पोस्टमार्टम भी कराया गया। पिता बलराम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने दीपक और उसके पांच अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष राजेश राय ने बताया कि मामला गंभीर है, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं और जांच की जा रही है।