मौत से जुड़ा किस्सा सुनाते-सुनाते मौत के आगोश में समा गए यूपी के पूर्व चीफ सेक्रेटरी डॉ शंभू नाथ, हिन्दी साहित्य को लगा बड़ा झटका

शिव शंकर सविता- पूर्व आईएएस और उत्तर प्रदेश के पूर्व चीफ सेक्रेटरी डॉ शंभू नाथ की हुई अचानक मौत से हिंदी साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई। हिंदी साहित्य के मंच से कविता कहते समय मौत का एक किस्सा सुनाते हुए डॉ शंभू नाथ अचानक से माइक थामे गिर पड़े। वहां मौजूद आयोजकों ने पहले सीपीआर देने की कोशिश की पर हालत और अधिक बिगड़ने पर अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बेहोश होकर सिर मेज से टकराया

दरअसल, घटना शनिवार शाम करीब साढ़े 6 बजे की है। जब पूर्व आईएएस शंभूनाथ हिंदी संस्थान में एक पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम में लगभग सभी वक्ता बोल चुके थे। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे शंभूनाथ मंच पर कुर्सी पर ही बैठकर बोल रहे थे। इसी बीच बोलते-बोलते अचानक उनका सिर मेज पर जाकर टिक गया। मंच पर मौजूद लोगों ने सोचा कि उनकी तबीयत बिगड़ गई है। जब लोगों ने उनसे पानी पीने के लिए उनका सिर उठाया तो उनकी जीभ बाहर की ओर निकली थी। इसी बीच कार्यक्रम में मौजूद एक डॉक्टर ने तत्काल सीपीआर दिया, लेकिन फिर भी ठीक नहीं हुआ। डॉक्टर ने तत्काल अस्पताल ले जाने की सलाह दी। आनन-फानन में शंभूनाथ को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है।

सुना रहे थे राजा की मृत्यु होने वाले वृतांत को

वहां मौजूद लोगों ने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि घटना से पहले डॉ. शम्भू नाथ ने कर्ण की कहानी सुनाई। इसके बाद वो मौत से जुड़ा एक किस्सा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि एक राजा को एक बार सपना आया कि कल उसकी मृत्यु होने वाली है। इससे बचने के लिए राजा के मंत्रियों ने कई सलाह दिए। इसके बाद राजा घोड़े पर सवार हुआ और अपने राज्य से दूर एक निर्जन स्थान पर चला गया, लेकिन वो जैसे ही वहां पहुंचा, उसने देखा कि काल वहीं उसका इंतजार कर रहा था। काल ने राजा को देखा तो हंसा और कहा, ‘तुम आ गए! मैं यही सोच रहा था कि तुम यहां आओगे कैसे, क्योंकि तुम्हारी मौत यहीं लिखी है। इस कहानी के सुनाने के कुछ पल बाद ही डॉ. शम्भू नाथ बेहोश होने लगे।

राजनाथ सिंह के कार्यकाल में थे यूपी के चीफ सेक्रेटरी

जानकारी के उनका जन्म दो मार्च 1947 को बिहार के छपरा जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम जागेश्वर राम था। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। शंभुनाथ 1970 बैच के आईएएस थे और 2007 में प्रदेश के मुख्य सचिव बने थे। प्रशासनिक कामों के साथ-साथ उन्हें लेखन का भी शौक था। वो उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के अध्यक्ष भी रहे थे। वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उन्हीं के कार्यकाल (2000-2002) में डॉ. शम्भू नाथ चीफ सेक्रेटरी रहे थे।