आपदा से ग्रस्त,जनजीवन अस्त व्यस्त !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में मानसूनी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार रात से जारी भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने रुद्रप्रयाग, चमोली, और टिहरी जिलों में भारी तबाही मचाई है। मूसलाधार बारिश के साथ आए मलबे ने कई घरों, सड़कों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचाया है, जबकि कुछ लोग लापता और कई घायल बताए जा रहे हैं। आपको बता दे मानसून सीजन में इस साल उत्तराखंड में बादल फटने और लैंडस्लाइड की कई घटनाएं सामने आईं हैं जिसमें जान माल का भारी नुकसान हुआ है बड़ी बात यह है कि इस साल मानसून सीजन में प्रदेश में सामान्य से 16 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की है जिसने आम जनजीवन को काफी हद तक प्रभावित भी किया है जबकि आने वाले दिनों में अभी और बारिश की संभावना जताई जा रही है

चमोली जिले के देवाल ब्लॉक के मोपाटा में गुरुवार देर रात बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। मलबे की चपेट में कई घर और गोशालाएं आ गईं। जिलाधिकारी संदीप तिवारी के अनुसार, तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता हैं, जबकि विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल हुए हैं। इस आपदा में 15-20 मवेशियों के मलबे में दबने की खबर है। थराली क्षेत्र में भी मूसलाधार बारिश के कारण सड़कें और बाजार मलबे से भर गए, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ। सुरक्षा के मद्देनजर चमोली के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में शुक्रवार को अवकाश घोषित किया गया है। वही अब तक प्रदेश में मौसम की बात करे तो अगस्त महीने में उत्तराखंड में हुई बारिश ने देश के सभी राज्यों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया और अगस्त महीने में अब तक उत्तराखंड में सबसे ज्यादा 320 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना जताई है___

टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव में भी बादल फटने की घटना हुई। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, आपको बता दे  उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से भारी तबाही हुई जिसमें 5 लोगों की मौत हुई और 60 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं वही धराली के बाद चमोली के थराली और पौड़ी में भी बादल फटने की घटना सामने आई जिसमें चार लोग लापता बताए जा रहे हैं जबकि एक महिला की मौत की भी पुष्टि हुई है,  बादल फटने की घटनाओं के साथ-साथ प्रदेश में बारिश के कारण कई जगह बाढ़ जैसे हालात भी बने हैं जबकि पहाड़ों में लैंडस्लाइड की घटनाएं भी देखने को मिली है बड़ी बात ये है कि इन आपदाओं में जान और माल दोनों का नुकसान हुआ है जिसका आकलन किया जा रहा है__

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति पर नजर रखते हुए राहत और बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “रुद्रप्रयाग और चमोली में बादल फटने से हुए नुकसान की सूचना दुखद है। SDRF, NDRF, पुलिस और जिला प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं। मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं और प्रभावितों की हर संभव मदद की जाएगी। SDRF, NDRF, और स्थानीय प्रशासन की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में जुटी हैं। कर्णप्रयाग में JCB मशीनों से मलबा हटाने का काम जारी है, और पुलिस लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रही है. आपदाओं को लेकर विपक्ष भी लगातार सरकार की तैयारियों लेकर हमलावर है. 

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों, जैसे रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, और बागेश्वर, में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश के कारण सड़कें, राजमार्ग, और आवासीय मकानों को भारी नुकसान हुआ  है।साथ ही बारिश ने भी इस बार सभी रिकॉड तोड़ दिए आवश्यकता है मौसम सामन्य होने तक पहाड़ की यात्रा ना करे.