बांदा में चला लेटर वॉर, सपा प्रवक्ता और सपा जिलाध्यक्ष पत्र लिख एक-दूसरे पर लगा रहे गंभीर आरोप

डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के बांदा में इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे सपा के जिला पदाधिकारियों द्वारा जारी किए गए दो पत्रों ने जिले की राजनीति के साथ भाजपा को बैठे बैठाये एक मुद्दा पकड़ा दिया है। हालांकि अभी तक बांदा जनपद से सपा के इस लेटर वाॅर पर किसी नेता की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जिले मे आम जनता खूब चर्चा कर रही है। आपको बता दें कि सपा के जिला प्रवक्ता प्रमोद गुप्ता ने पिछले दिनों एक पत्र जारी करते हुए बांदा सपा जिला अध्यक्ष डॉ मधुसूदन कुशवाहा पर बसपा में रहते हुए 30 लाख रुपए गबन करने के गंभीर आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मौखिक निर्देश पर 12 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित करने का पत्र सोशल मीडिया पर जारी कर दिया, जिसके वायरल होते ही जनपद की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया।

अपने ऊपर आरोप के बदले में सपा जिलाध्यक्ष ने भी लगाए आरोप

जिसके बाद तत्काल आनन फानन में बांदा सपा जिला अध्यक्ष डॉ मधुसूदन कुशवाहा ने जिला प्रवक्ता प्रमोद गुप्ता पर फर्जी गुटखा फैक्ट्री चलाने जैसे आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी जिला प्रवक्ता पद से निष्कासित करने का एक पत्र सोशल मीडिया पर जारी कर दिया गया, जिसके बाद दोनों तरफ से राजनीतिक तलवारें खिंच गई है। बडा सवाल यह है कि सपा प्रवक्ता ने कैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव के मौखिक आदेश पर सपा जिलाध्यक्ष को निष्कासित कर दिया वही तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए सपा जिला अध्यक्ष ने सपा प्रवक्ता को निष्कासित कर दिया भले ही इन पत्रों से कोई प्रभाव इन दोनों पर पडे य न पड़े लेकिन आगे आने वाले चुनाव में आपसी टकराहट का प्रभाव जरूर पड़ेगा।

सपा प्रवक्ता ने सपा जिलाध्यक्ष पर लगाए भाजपा से साठ-गांठ के आरोप

मामले के बाद सपा प्रवक्ता ने सपा जिला अध्यक्ष पर भाजपा से मिली भगत का आरोप लगाया है ऐसे में यदि इनकी बातों में गौर करें तो सपा जिला अध्यक्ष डॉ मधुसूदन कुशवाहा जल्दी ही सपा छोड़कर भाजपा मे शामिल हो सकते हैं हालांकि अभी तक सपा जिलाध्यक्ष न अभी तक ऐसी किसी संभावना से इंकार कर दिया है।