डिजिटल डेस्क- भारत पाकिस्तान के बीच उपजे विवाद और तनाव की स्थिति के बाद सीजफायर कराने का दावा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आईना दिखाने के बाद अमेरिका ने भारत पर जबरन 50 फीसदी टैरिफ लगाने की बात कही थी। अमेरिका द्वारा लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ की शुरूआत भारत में 27 अगस्त से शुरू हो गई। अमेरिका द्वारा भारी मात्रा में लगाये गए टैरिफ के बाद भारत के कई क्षेत्रों में इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। भारत की रीढ़ कही जाने वाली इन वस्तुओं को ट्रंप के टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी। खासतौर पर 12 प्रमुख सेक्टर्स पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है और इसे लेकर क्रिसिल रेटिंग्स (Crisil) ने भी बड़ी चेतावनी दी है।
इन वस्तुओं पर पड़ेगा ज्यादा असर
विशेषज्ञों के अनुसार हाई अमेरिकी टैरिफ का सबसे अधिक असर जिन वस्तुओं पर पड़ने की संभावना है, उनमें कपड़ा और टेक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलर, झींगा, मशीनरी और यांत्रिक उपकरण, कुछ धातुएँ (स्टील, एल्युमीनियम, तांबा), कार्बनिक रसायन, कृषि और खाद्य पदार्थ, चमड़ा और जूते, हस्तशिल्प, फ़र्नीचर और कालीन शामिल हैं। व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि हीरा पॉलिशिंग, झींगा और घरेलू वस्त्र क्षेत्रों की अमेरिकी व्यापार पर अत्यधिक निर्भरता के कारण बिक्री में गिरावट देखी जा सकती है। भारत के झींगा निर्यातकों के राजस्व में अमेरिका का योगदान 48 प्रतिशत है, जिसका अर्थ है कि समुद्री निर्यात क्षेत्र में भी बिक्री में भारी गिरावट देखी जाएगी।
ट्रंप टैरिफ की वजह से लाखों नौकरियों पर गहराया संकट
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिकी टैरिफ से देश में 10 लाख रोजगार को खतरा हो सकता है। उद्योग प्रभावित होने से आय कम होगी, काम कम होगा, जिसकी वजह से नौकरियां भी कम होगी। सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि भारत भी अमेरिका से आयात होने वाले सामान पर 50% जवाबी टैरिफ लगाए, वहीं निर्यातकों को अमेरिका के बजाए दूसरे विकल्प तलाशने की सलाह दी गई है।
ये प्रोडक्ट अतिरिक्त टैरिफ से हैं बाहर
अमेरिका ने भारत के क़रीब 30 परसेंट यानी 27 बिलियन डॉलर के एक्सपोर्ट को इस अतिरिक्त टैरिफ के दायरे से बाहर रखा है। इसमें स्टील, कॉपर ऐंड एल्युमिनियम के अलावा फार्मास्यूटिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। यानी अमेरिका जाने वाले भारत के इन सामानों पर कोई एडिशनल टैरिफ नहीं लगेगा। इसके अलावा भारत के ऑटो पार्ट्स एक्सपोर्ट पर अमेरिका ने केवल 25 परसेंट टैरिफ लगाया है। जो भारत के टोटल एक्सपोर्ट का 4 परसेंट यानी लगभग साढ़े तीन बिलियन डॉलर है।