ईडी की छापेमारी के बाद सौरभ भारद्वाज का पलटवार, कहा– बुधवार को करूंगा बड़ा खुलासा

KNEWS DESK- आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बाद दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई है। ईडी ने मंगलवार को अस्पताल निर्माण में कथित घोटाले के मामले में भारद्वाज के आवास समेत 13 स्थानों पर तलाशी ली। यह कार्रवाई सुबह से शुरू होकर देर रात तक चली।

छापेमारी के बाद देर रात अपने समर्थकों के बीच पहुंचे सौरभ भारद्वाज ने तीखे तेवर दिखाए और ऐलान किया कि वह बुधवार को एक बड़ा खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा, “मैंने ईडी टीम से तीन बार कहा कि अगर वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं, तो कर लें। मैं अरविंद केजरीवाल का अनुयायी हूं, आपकी मर्ज़ी से नहीं चलूंगा। कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में सच्चाई सामने लाऊंगा।”

प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि यह कार्रवाई दिल्ली में अस्पताल निर्माण से जुड़े कथित धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में की गई है। अधिकारियों के अनुसार, यह छापेमारी उस समय के कार्यों से जुड़ी है जब भारद्वाज मंत्री पद पर नहीं थे, हालांकि आरोपों की विस्तृत जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

आम आदमी पार्टी ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली में विपक्ष की नेता आतिशी ने कहा, “20 घंटे तक तलाशी के बावजूद ईडी को कुछ नहीं मिला। यह पूरी कार्रवाई सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए है। भाजपा जानती है कि आप कभी नहीं झुकेगी, इसलिए वह डरती है।”

पार्टी ने यह भी दावा किया कि सौरभ भारद्वाज के खिलाफ मामला झूठा और तथ्यहीन है। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “यह मामला उस समय का है जब भारद्वाज मंत्री नहीं थे। सरकार केवल छवि खराब करने और विपक्ष को डराने का प्रयास कर रही है।”

आप सांसद संजय सिंह ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा की नीति है कि सभी आप नेताओं को एक-एक करके झूठे केसों में फंसाकर जेल भेजा जाए। जब सौरभ भारद्वाज मंत्री नहीं थे, तब का मामला उठाकर यह कार्रवाई की गई है। यह सब प्रधानमंत्री की फर्जी डिग्री से ध्यान हटाने के लिए किया गया है।”

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस कार्रवाई को राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने कहा, “कल देश भर में पीएम मोदी की डिग्री को लेकर चर्चा थी, और आज भारद्वाज के घर छापा पड़ गया। सत्येंद्र जैन को भी तीन साल जेल में रखा गया, लेकिन बाद में ईडी-सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की। यही इन मामलों की सच्चाई है।”

ईडी की कार्रवाई के बाद सौरभ भारद्वाज के बुधवार को होने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि इस खुलासे के बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

ऐसे समय में जब आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई का आरोप लगा रही है, सौरभ भारद्वाज का यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आगामी राजनीतिक घटनाक्रम की दिशा तय कर सकता है।