KNEWS DESK- मुंबई और आसपास के उपनगरों में मंगलवार सुबह से लगातार मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। शहर के कई इलाकों में पानी भरने से आवाजाही ठप हो गई है, ट्रेनें देरी से चल रही हैं और स्कूल-कॉलेज समेत व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। मौसम विभाग, बीएमसी और राज्य सरकार ने मिलकर रेड अलर्ट जारी किया है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
मुंबई के विक्रोली में सबसे ज्यादा 255.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। दादर स्टेशन से लेकर अंधेरी, कुर्ला, माटुंगा, वडाला, किंग सर्कल, मलाड तक कई निचले इलाके जलमग्न हो चुके हैं। वीरा देसाई रोड और जेपी रोड जैसी मुख्य सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे गाड़ियों की आवाजाही में भारी दिक्कत हो रही है।
सोमवार की तुलना में आज सड़कों पर गाड़ियों की संख्या बेहद कम है। प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों और दफ्तरों को बंद रखने का आदेश दिया है।
भारी बारिश का असर मुंबई की लोकल ट्रेन सेवाओं पर भी पड़ा है। मध्य और हार्बर लाइन की ट्रेनें 20-25 मिनट की देरी से चल रही हैं। पश्चिम रेलवे की ट्रेनों में भी 10-15 मिनट की देरी दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 3 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं और भारी बारिश के साथ तेज हवाएं (45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चल सकती हैं।
मुंबई में समुद्र का रुख भी चिंताजनक बना हुआ है। सुबह 9:16 बजे 3.75 मीटर हाई टाइड, दोपहर 3:16 बजे 2.22 मीटर लो टाइड, रात 8:53 बजे 3.14 मीटर हाई टाइड की संभावना है। 20 अगस्त को सुबह 3:11 बजे 1.05 मीटर लो टाइड की उम्मीद जताई गई है। जलभराव की स्थिति में हाई टाइड का असर और गंभीर हो सकता है।
पालघर, वसई, विरार और नालासोपारा में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया है। कई घर और सड़कें जलमग्न हैं। पालघर जिले में रेड अलर्ट जारी है और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। कल्याण-डोंबिवली में भी लगातार दूसरे दिन बारिश जारी है।
महाराष्ट्र के कई जिलों में डैम ओवरफ्लो होने लगे हैं। नासिक के गंगापुर डैम से विसर्ग की तैयारी पुणे के पवना डैम 99% भर गया, विसर्ग 2860 क्यूसेक तक जा सकता है। खेड़ तालुका का चास कमान डैम 100% भर गया है। नदी किनारे बसे गांवों को अलर्ट कर दिया गया है
मराठवाड़ा के जालना जिले में किसानों की कपास, सोयाबीन और अरहर की फसलें बर्बाद हो गई हैं। अंबड, घनसावंगी और बदनापुर तहसीलों में भारी नुकसान हुआ है। किसान पंचनामा रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।